Lok Sabha Election 2024: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 में अब कुछ ही महीनों का समय बचा है. एनडीए और इंडिया (I.N.D.I.A) गठबंधन के साथ क्षेत्रीय पार्टियों की भी तैयारी तेज है. देश की राजधानी की सभी सातों सीट पर पिछले दो बार से एकतरफा कब्जा रहा है. इस दिल्ली की नार्थ ईस्ट सीट को लेकर एक सर्वे किया गया, जिसके नतीजे हैरान करने वाले हैं.
द डेली गार्डियन की ओर से किए गए इस सर्वे में नॉर्थ ईस्ट दिल्ली की लोकसभा सीट से सांसद मनोज तिवारी के प्रदर्शन और उनके कामकाज का आंकलन किया गया. एक सांसद के रूप में संसद में उनकी भारीदारी क्या रही है? क्या लोग उनको दोबारा इस सीट से सांसद बनाना चाहते हैं? इन सभी विषयों पर जनता ने बेबाकी से अपनी राय दी है.
मनोज तिवारी के काम से लोग कितने संतुष्ट हैं?
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी एक नेता के साथ गायक और अभिनेता भी हैं. तिवारी समाजवादी पार्टी के टिकट पर 2009 में योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि गोरखपुर लोकसभा सीट पर उनको करारी हार का सामना करना पड़ा था. जिसके बाद 2014 में वो बीजेपी के साथ आए और चुनाव लड़े.
साल 2019 के चुनाव में मनोज तिवारी ने इस सीट से कांग्रेस के दिग्गज और दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित को शिकस्त दी थी. सर्वे की बात करें तो इसमें लोगों से पूछा गया कि आप अपने सांसद के काम से संतुष्ट हैं? इस सवाल के जवाब में 65 प्रतिशत ने कहा वह उनके काम से संतुष्ट हैं. 25 फीसदी लोगों ने बताया वो संतुष्ट नहीं हैं. जबकि 10 फीसदी लोगों ने पता नहीं में जवाब दिया.
क्या आप उम्मीदवार के नाम पर वोट देंगे?
मनोज तिवारी को लेकर लोगों से ये भी पूछा गया कि क्या आप उम्मीदवार के नाम पर वोट देंगे? जिस पर 66 फीसदी लोगों ने सांसद के पक्ष में वोट दिया. उनके खिलाफ में 21 फीसदी ने अपना मत दिया, जबकि 13 प्रतिशत लोगों ने मालूम नहीं का विकल्प चुना.
मोदी फैक्टर प्रभावित करेगा?
मोदी फैक्टर 2024 के लोकसभा चुनाव को प्रभावित करेगा? इस सवाल के जवाब में 75 फीसदी लोगों ने माना कि हां मोदी फैक्टर होगा. वहीं 20 प्रतिशत लोगों अपना जवाब न में दिया. जबकि 5 फीसदी लोगों ने मालूम नहीं का विकल्प चुना.
मौजूदा सांसद को वोट देंगे?
सर्वे में पूछा गया कि क्या आप 2024 में मौजूदा सांसद को वोट देंगे? इस प्रश्न के उत्तर में 67 फीसदी लोगों ने मनोज तिवारी के पक्ष में अपना मत दिया. वहीं 30 प्रतिशत लोगों ने वोट नहीं देने की बात की. जबकि 3 फीसदी लोगों ने पता नहीं का विकल्प चुना.
मनोज तिवारी का रिपोर्ट कार्ड!
मनोज तिवारी का एक सांसद के तौर पर रिपोर्ट कार्ड देखे तो संसद की कार्यवाही में तिवारी की 83 फीसदी उपस्थिति रही है. उन्होंने 50 फीसदी सांसद फंड का उपयोग किया है. ओवरऑल मनोज तिवारी को 10 में से 7.9 रेटिंग मिली है.
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