Lok Sabha Election 2024: देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अभी से दो गुट बन गए हैं. इसमें 38 पार्टी बीजेपी वाली एनडीए गठबंधन में शामिल है तो विपक्षी एकजुटता के मकसद से बने गठबंधन इंडिया में कुल मिलाकर 26 पार्टियां हैं. हालांकि दो बड़े गठबंधन में कुछ ऐसी भी पार्टी है जिनके पास राज्य में तो पकड़ है लेकिन लोकसभा में एक भी सांसद नहीं हैं.
दोनों गठबंधन में शामिल पार्टियों में ये ऐसे दल है जिसने 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में उम्मीदवारों को तो उतारा लेकिन किसी ने एक भी सीटों पर पार्टी को जीत नहीं सकी थी.
इन दलों के पास नहीं लोकसभा सीट
लोकसभा चुनाव 2019 में इन दलों ने चुनाव तो लड़े लेकिन एक भी सीट पर जीत दर्ज करने में कामयाब नहीं हो सकी थी. इन दलों में बिहार के मौजूदा सत्ताधारी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल भी शामिल है. इसके अलावा लिस्ट में अपना दल (कमेरावादी), पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ( मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, मरुमलार्ची द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम, कोंगूनाडु मक्काल देसाई काची, मनिथानेया मक्कान काची, केरल कांग्रेस (जोसफ) भी शामिल है. जानकारी के मुताबिक, एनडीए गठबंधन में शामिल 38 दलों में से नौ पार्टियों ने 2019 में लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था. इसके अलावा सात ऐसी पार्टियां है जिसे सिर्फ एक सीट पर ही जीत मिली थी.
ये दिग्गज किसी के साथ नहीं
वहीं, कुछ ऐसे भी क्षेत्रीय दल है जिनके पास अपने राज्य में लोकसभा सीट की भरमार है लेकिन वो किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं है. साथ ही राज्य में उनकी सरकार भी है. ऐसे में सबसे पहले नाम आता है ओडिशा की जहां सीएम नवीन पटनायक की नेतृत्व वाली बीजेडी पार्टी का एक अलग दबदबा है. बीजेडी के पास मौजूदा 20 लोकसभा सीटों में 12 पर कब्जा है. आंध्र प्रदेश में 2019 आम चुनाव में सीएम जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआरसीपी ने कुल 25 में से 22 सीटें जीती थी. तेलंगाना राज्य में भी केसीआर के नेतृत्व वाली बीआरएस पार्टी ने 17 में 9 पर जीत दर्ज की है लेकिन किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं है.