Election 2024: 'राहुल गांधी ने वायनाड में आतंकी संगठन PFI का समर्थन लिया', स्मृति ईरानी का आरोप
Smriti Irani: स्मृति ईरानी ने यूपी के अमेठी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के दूसरे दलों पर हमला किया.
Smriti Irani Attack Rahul Gandhi: अमेठी से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर जोरदार हमला किया है. स्मृति ईरानी ने कहा कि वायनाड में राहुल गांधी ने चुनाव लड़ने के लिए PFI का समर्थन लिया है, जो हिंदुओं को मारने के लिए लिस्ट बनाता है. ऐसे संगठन की मदद से राहुल गांधी चुनाव क्यों लड़ना चाहते हैं.
स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, अमेठी में 19 लाख लोगों को मोदी जी राशन पहुंचाते हैं, मुफ्त का राशन पाते हैं तो ऐसे परिवार को गांधी परिवार का क्या संदेश है. 4 लाख 20 हजार किसान परिवारों को 6 हजार रुपये प्रत्येक साल मिलते हैं तो ऐसे परिवार के बारें में गांधी परिवार क्या संदेश देता है. पहली बार देखा है कि कोई अपना परिवार भी बदलता है, राहुल गांधी जी कहते हैं वायनाड के लोग वफादार हैं तो अमेठी के लोगों के बारे में क्या कहेंगे.
'राहुल को लेकर गांधी परिवार के अंदर अंदरूनी कलह'
स्मृति ईरानी ने कहा कि वायनाड में राहुल गांधी ने चुनाव लड़ने के लिए PFI का समर्थन लिया है. ये संगठन वही है जो हिंदुओं को मारने के लिए लिस्ट बनाता है. ऐसे संगठन की मदद से राहुल गांधी क्यों चुनाव लड़ना चाहते हैं. राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी अपने संरक्षण के लिए लड़ेगा. राहुल गांधी ने अमेठी को त्याग दिया और जनता मोदी जी को आशीर्वाद देगी. गांधी परिवार में अंदरूनी कलह है जो चाहता है कि राहुल गांधी को नेतृत्व से मुक्त किया जाए.
कर्नाटक की रैली में भी किया था राहुल गांधी पर हमला
स्मृति ईरानी ने इससे पहले 5 अप्रैल को कर्नाटक में रैली के दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि विपक्ष की हालत यह है कि वे एक तरफ एकुजट होने की बात कहते हैं तो दूसरी तरफ वायनाड में एक-दूसरे के खिलाफ ही लड़ रहे हैं. वामपंथी दल कह रहे हैं कि राहुल गांधी उत्तर प्रदेश जाकर चुनाव क्यों नहीं लड़ते, लेकिन जब वही वामपंथी इंडिया गठबंधन की बैठक के लिए दिल्ली जाते हैं, तो वे राहुल गांधी को गले लगाते हैं. स्मृति ईरानी ने आगे कहा था कि कल, मैंने केरल में कहा कि दिल्ली में गले लगाना, केरल में भीख मांगना, लेकिन कर्नाटक में कांग्रेस जिस स्थिति से गुजर रही है उससे यह कहा जाता सकता है कि दिल्ली में गले लगाना, केरल में भीख मांगना और कर्नाटक में ठगना है.
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