Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में अब महज कुछ दिनों का समय बचा है, ऐसे में सभी दलों ने प्रचार तेज कर दिया है. राजस्थान में सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं, क्योंकि यहां पहले चरण में होने वाले 12 लोकसभा सीटों की नामांकन प्रक्रिया 27 मार्च को पूरी हो गई और अब चुनावी शोर तेज है.
राजस्थान में 19 अप्रैल को पहले चरण में 12 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी. इस बार लोकसभा चुनाव में राजस्थान की 25 में से 10 सीटें हॉट मानी जा रही हैं, इनमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से लेकर पूर्व मंत्रियों तक की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. वहीं, विपक्ष के भी कई नेताओं की साख दांव पर है.
राजस्थान की हॉट सीट
राज्य की जिन सीटों पर दिग्गज नेताओं की किस्मत का फैसला होगा, उनमें जालोर-सिरोही, सीकर, नागौर, चूरू, जैसलमेर-बाड़मेर, कोटा, दौसा, झुंझुनूं, टोंक-सवाईमाधोपुर और बांसवाड़ा शामिल है. इन सीटों पर कांग्रेस औऱ बीजेपी दोनों ही पार्टियों ने अपनी ताकत झोंक रखी है.
किस सीट पर किसकी किस्मत का होगा फैसला?
जालोर-सिरोही सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत चुनाव लड़ रहे हैं. अशोक गहलोत ने यहां खुद प्रचार की कमान संभाली ली है. पिछले लोकसभा चुनाव में वैभव ने जोधपुर से चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में उन्हें हार मिली थी.
सीकर सीट पर कड़ा मुकाबला
सीकर सीट से इंडिया गठबंधन में शामिल सीपीआई के अमराराम चुनाव मैदान में है. बीजेपी ने यहां से अपने सिटिंग सांसद सुमेधानंद सरस्वती को उम्मीदवार बनाया है.
नागौर पर हनुमान बेनीवाल मैदान में
नागौर सीट से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में हैं. बेनीवाल 2019 में बीजेपी गठबंधन प्रत्याशी के तौर पर सांसद चुने गए थे. बीजेपी ने यहां ज्योति मिर्धा को उम्मीदवार बनाया है, जो पहले कांग्रेस में थीं.
चूरू सीट से राहुल कसवां ठोक रहे ताल
चूरू सीट से कांग्रेस ने राहुल कसवां को मैदान में उतारा है. वह पिछले दो चुनाव में वह बीजेपी के टिकट पर जीते थे, लेकिन इस बार कांग्रेस पार्टी से मैदान में है. उनका सीधा मुकाबला पैरालंपिक खिलाड़ी देवेंद्र झाझड़िया से है.
जैसलमेर में त्रिकोणीय मुकाबला
जैसलमेर-बाड़मेर सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होना है. यहां केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी और कांग्रेस के उम्मेदाराम बेनीवाल के बीट टक्कर होगी. वहीं, रविन्द्र सिंह भाटी ने सीट से निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा की है, जिससे यहां त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है.
दांव पर सचिन पायलट की साख
सवाईमाधोपुर सीट पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट की साख दांव पर लगी हुई है. पार्टी ने यहां से पायलट के समर्थक माने जाने वाले हरीश मीना को मैदान में उतारा है. वहीं, बीजेपी ने यहां से सुखबीर सिंह जौनपुरिया को टिकट दिया है. दौसा सीट पर इस बार कांग्रेस के मुरारीलाल मौना और बीजेपी के कन्हैयालाल मीना का मुकाबला होना है. मुरारीलाल मीना सचिन पायलट के करीबी माने जाते हैं.
जाट बाहुल्य झुंझुनूं सीट पर कड़ा मुकाबला
झुंझुनूं सीट पर कांग्रेस के ओला परिवार का लंबे समय तक दबदबा रहा है. कांग्रेस यहां से बृजेन्द्र ओला को चुनाव मैदान में उतारा है. उनका मुकाबला बीजेपी के शुभकरण चौधरी से है. जाट बाहुल्य इस सीट पर 20 लाख से ज्यादा वोटर्स हैं.
कोटा सीट से लड़ेंगे ओम बिरला
बांसवाड़ा सीट से कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए महेंद्रजीत सिंह मालवीया को टिकट मिला है. यहां बीजेपी को भारतीय आदिवासी पार्टी (बीएपी) से चुनौती मिल सकती है. फिलहाल कांग्रेस ने यहां से उम्मीदावर की घोषणा नहीं की है. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला कोट सीट से मैदान में हैं. उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस के प्रहलाद गुंजल से है. गुंजल ने हाल ही बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थामा है.