Lok Sabha Election 2024: आगामी लोकसभा चुनाव से समाजवादी पार्टी से दिग्गज नेता इस्तीफा दे रहे हैं. इस लिस्ट में अब सलीम शेरवानी का नाम भी जुड़ गया है. शेरवानी ने समाजवादी पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा दिया है. उन्होंने कहा कि वह पार्टी में मुसलमानों की उपेक्षा से परेशान होकर इस्तीफा दे रहे हैं. वह जल्द ही भविष्य को लेकर फैसला लेंगे.
उन्होंने अखिलेश यादव को पत्र लिखकर कहा, "मैं पार्टी में मुसलमानों को उपेक्षित महसूस कर रहा हूं. राज्यसभा के चुनाव में भी किसी मुसलमान को टिकट नहीं दिया गया. बेशक पार्टी मेरे नाम पर विचार नहीं करती, लेकिन किसी मुसलमान को राज्यसभा भेजा जाना चाहिए था."
गंभीर नहीं इंडिया अलायंस
इतना ही नहीं शेरवानी ने इंडिया गठबंधन को लेकर कहा, " मजबूत विपक्षी गठबंधन की कोशिश बेमानी लगती है, क्योंकि इसको लेकर गंभीर नहीं लगता. ऐसा लग रहा है कि विपक्षी दल सरकार की नीतियों से ज्यादा एक दूसरे से लड़ने में ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं."
'दिखावटी बन गई है धर्मनिरपेक्षता'
उन्होंने कहा, धर्मनिरपेक्षता दिखावटी बन गई है. उत्तर प्रदेश के मुसलमानों ने कभी भी समानता, गरिमा और सुरक्षा के साथ जीने के अलावा किसी और चीज की मांग नहीं की. शेरवानी ने कहा," मैं सपा में रहकर अपने समुदाय की स्थिति में बदलाव नहीं ला सकता इसलिए में अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं."
कौन हैं सलीम शेरवानी
सलीम शेरवानी बदायूं लोकसभा सीट से पांच बार के सांसद रह चुके हैं. वह चार बार सपा के टिकट पर चुनाव जीते, जबकि पहली बार कांग्रेस के टिकट पर सांसद बने थे. सलीम शेरवानी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के करीबी रहे हैं.
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सलीम शेरवानी सपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे और कांग्रेस के टिकट पर बदायूं से चुनाव लड़ा. हालांकि, उन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद वह सपा में वापस आ गए थे.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने छोड़ी पार्टी
गौरतलब है सलीम शेरवानी से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दिया था. वहीं, अपना दल (कमेरवादी) पल्लवी पटेल ने भी सपा से दूरियां बना ली है. हाल ही में सपा के साथ गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय लोकदल (RLD) ने भी सपा से किनारा कर लिया था और वह एनडीए में शामिल हो गई.