Lok Sabha Election 2024: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव को उस समय बड़ा झटका लगा जब उनके सहयोगी जयंत चौधरी और उनकी पार्टी राष्ट्रीय लोक दल (RLD) जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो गई. इसके बाद अखिलेश यादव ने एक बैठक बुलाई जिमें मुजफ्फरनगर लोकसभा के प्रभारी हरेंद्र मलिक भी पहुंचे.
सूत्रों की मानें तो मुजफ्फनगर सीट से सपा ने हरेंद्र मलिक को टिकट दे दिया है. हालांकि, अभी तक इसका औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है पर जल्द ही पार्टी इसका घोषणा कर सकती है. इस बीच हरेंद्र मलिक ने जयंत चौधरी पर निशाना साधा है. उन्होंने यूपी तक से बात करते हुए कहा कि संघर्ष करना हमारा काम है. हम संघर्ष करते रहेंगे.
'संघर्ष करना हमारा काम'
उन्होंने कहा, "पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान इस बार 750 से ज्यादा किसानों की शहादत को नहीं भूल सकते हैं. वे महिला पहलवानों के अपनमान को भी नहीं भूलेंगे और जिस तरह पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का सामान फेंका गया था, उसे किसना नहीं भूलें हैं."
'हम किसानों का प्रतिनिधित्व करते हैं.'
आरएलडी के एनडीए में शामिल होने पर हरिंद्र मलिक ने कहा कि जब कोई अलग होता है तो नुकसान तो होता ही है, लेकिन अभी चुनाव समय और इस नुकसान की भरपाई कर ली जाएगी. उन्होंने कहा कि हम किसान हैं और उनका प्रतिनिधित्व करते हैं. हम उनकी पीड़ा से लाभ और हानि नहीं देखते हैं. उन पर ड्रोन से आंसू गैस के गोले छोड़ गए और फायरिंग की गई. वे आतंकी नहीं हैं.
सीट शेयरिंग को लेकर खफा थे जयंत चौधरी
बता दें कि जयंत चौधरी सीट शेयरिंग को लेकर इंडिया गठबंधन से खफा थे. खासकर मुजफ्फरनगर को लेकर. समाजवादी पार्टी ने आरएलडी को सात सीटों पर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था. हालांकि, अखिलेश यादव चाहते थे आरएलडी के कुछ उम्मीदवार सपा के सिंबल पर चुनाव लड़े.
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