नई दिल्ली: भोपाल लोकसभा सीट इस बार चर्चा का विषय बना हुआ है. इस सीट के चर्चा में होने की वजह यहां से खड़े बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशी हैं. दरअसल कांग्रेस ने इस सीट पर वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को उतारा है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने आतंकवादी के केस में आरोपी प्रज्ञा ठाकुर पर दांव लगाया है. इस सीट पर अब चुनावी घमासान के बीच आज से साधु-संतों की धमाकेदार एंट्री हो रही है. बीजेपी की प्रज्ञा ठाकुर को जवाब देने के लिए दिग्विजय सिंह के समर्थन में साधु-संतों की जमात उतर आयी है.


दिग्विजय सिंह के समर्थन में उतरे साधु-संतों की जमात में शिवराज सिंह की सरकार में राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त करने वाले कम्प्यूटर बाबा भी हैं. बीजेपी से रूठे कम्प्यूटर बाबा कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं और अब बीजेपी को सबक सिखाने के लिए तैयार हैं. वो खुद तो दिग्विजय सिंह के लिए प्रचार करेंगे ही अपने साधु-संतों की जमात को भी मैदान में उतार रहे हैं. कम्प्यूटर बाबा रोड-शो भी करेंगे.


खबरों की मानें तो कम्प्यूटर बाबा सात हजार साधुओं के साथ रोड शो करेंगे. इसके अलावा 7, 8 और 9 मई को कंप्यूटर बाबा भोपाल में दिग्विजय सिंह के समर्थन में तप करेंगे और उनके साथ कई हज़ार साधु-संत धूनी रमाएंगे. 9 मई को रोड-शो होगा.  कम्यूटर बाबा ने कहा, '' बीजेपी सरकार पांच साल में मंदिर नहीं बना पाई अगर मंदिर नहीं तो मोदी नहीं.''





इस सीट पर बीजेपी दिग्विजय सिंह को मुस्लिम परस्त और हिंदू विरोधी बताने में लग गई है. वहीं प्रज्ञा को कांग्रेस द्वारा सताई गई हिंदू महिला के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है. ऐसे में संत समाज का दिग्विजय सिंह के समर्थन में आने से 'हिन्दुत्व' के मुद्दे को दिलचस्प बना दिया है.


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