तेलंगाना की सेफ सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं राहुल गांधी, वायनाड छोड़ेंगे, सीपीआई ने यहां से उतारा उम्मीदवार
Lok Sabha Election: तेलंगाना के कांग्रेस नेता चाहते हैं कि राहुल गांधी राज्य की 17 लोकसभा सीटों में से किसी एक से चुनाव लड़ें. पार्टी ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है.
Lok Sabha Election 2024: केरल की वायनाड सीट सीपीआई ने से एनी राजा को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. इसके चलते राहुल गांधी के तेलंगाना से लोकसभा चुनाव लड़ने की खबरें आनी शुरू हो गई हैं. चर्चा है कि तेलंगाना के कांग्रेस नेता राहुल गांधी को राज्य की 17 लोकसभा सीटों में से किसी एक से चुनाव लड़ाने की वकालत कर रहे हैं.
सूत्रों ने कहा कि राज्य के नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व को अपनी इच्छा से अवगत कराया है और पार्टी नेतृत्व इसे सैद्धांतिक रूप से स्वीकार भी कर लिया है. डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक इस बात की पूरी संभावना है कि राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में अमेठी के अलावा खम्मम या भुवनागिरी लोकसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ सकते हैं. गौरतलब है कि यह दोनों ही कांग्रेस की सुरक्षित सीटें और ये पार्टी का मजबूत गढ़ भी मानी जाती हैं.
इस सीट से लड़ सकते हैं चुनाव
इस संबंध में तेलंगाना कांग्रेस के एक सूत्र ने कहा, ''हम पहले ही केंद्रीय नेतृत्व को अपनी इच्छा से अवगत करा चुके हैं. पूरी संभावना है कि वह (राहुल गांधी) या तो खम्मम से चुनाव लड़ेंगे या फिर भुवनागिरी लोकसभा क्षेत्रों से मैदाम में उतरेंगे." कांग्रेस नेताओं का मानना है कि अगर राहुल गांधी तेलंगाना से चुनाव लड़ते हैं तो इससे पिछले साल विधानसभा चुनाव के दौरान मिली मजबूती में इजाफा होगा.
2019 में तेलंगाना में 3 सीटें जीती थी कांग्रेस
बता दें कि 2019 में तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस केवल तीन सीटें जीत सकी थी, जबकि भारती राष्ट्र समिति (BRS) ने 9 और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने चार और AIMIM ने अपनी पारंपरिक सीट हैदराबाद पर जीत हासिल की थी. कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में तेलंगाना में उसकी सीटों की संख्या बढ़ेगी.
सोनिया गांधी को लड़ाना चाहती थी पार्टी
वैसे यह पहला मौका नहीं है जब तेलंगाना में पार्टी नेताओं ने गांधी परिवार के सदस्यों को राज्य से चुनाव लड़ने की अपील की हो. इससे पहले भी कम से कम दो मौकों पर राज्य कांग्रेस ने सोनिया गांधी को तेलंगाना से चुनाव लड़ने की मांग की थी. हालांकि, सोनिया गांधी ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था.
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