कानपुर: उन्नाव लोकसभा सीट से बाहुबली नेता राजू पाल की पत्नी पूजा पाल का टिकट कटने की चर्चा जोरों पर है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पूजा पाल को गठबंधन का प्रत्याशी घोषित किया था. पूजा पाल को उन्नाव के स्थानीय नेता पचा नहीं पा रहे थे इसके साथ ही चुनावी प्रचार प्रसार में भी समर्थन नहीं कर रहे थे. स्थानीय नेताओं ने सपा मुखिया से कैंडिडेट बदलने की अपील की थी.
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पूजा पाल के नामांकन में भी कई खामियां भी पाई गई थीं, जिसकी वजह से सपा की उन्नाव में फजीहत हो रही थी. आलाकमान द्वारा पूजा पाल का टिकट काट कर अन्ना महाराज को दिए जाने की बातें सियासी गलियारों में हो रही हैं. हालांकि सपा मुख्यालय से इसका एलान नहीं हुआ है.
बसपा छोड़कर सपा शामिल हुई पूर्व विधायक पूजा पाल की एंट्री पर ही विवाद शुरू हो गया था. लेकिन विवाद उस वक्त और भी बढ़ गया जब सपा मुखिया ने उन्हें उन्नाव से प्रत्याशी घोषित कर दिया. इसकी सबसे बड़ी वजह यह मानी जा रही है कि वो बसपा छोड़कर सपा में शामिल हुई हैं. पूजा पाल प्रयागराज से विधायक रह चुकी हैं. पूजा पाल के पति की हत्या का आरोप अतीक अहमद और उनके भाई पर है.
पूर्वमंत्री अरुण शंकर शुक्ला (अन्ना महाराज) समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेताओं में गिनती होती है. जानकारी के मुताबिक अन्ना महाराज के नाम पर उन्नाव की स्थानीय नेताओं ने संतोष जाहिर किया है. पदाधिकारियों की रजामंदी के बाद सपा मुख्यालय से उनके नाम पर मोहर लग सकती है.
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पूजा पाल ने अपने नामांकन में स्वर्गीय राजू पाल का नाम लिखा है. जबकि पूजा पाल ने हरदोई के मल्लाहंवा से विधायक ब्रेजेश पाल से कोर्ट मैरिज की है. उनके नामांकन पर उन्नाव में विवाद खड़ा हो गया और विपक्षियों ने सपा पर हमला बोलना शुरू कर दिया. उन्नाव में सपा खुद को बैकफुट पर महसूस कर रही थी.