नई दिल्ली: भारतीय सेना को ‘मोदी की सेना’ बताये जाने के मामले में चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. आयोग के सूत्रों ने कहा कि पहली नजर में, सीएम योगी ने राजनीतिक प्रचार अभियान से सशस्त्र बलों को दूर रखने के चुनाव आयोग के परामर्श का उल्लंघन किया है.
एक अधिकारी ने कहा कि आदित्यनाथ को शुक्रवार शाम तक जवाब देने के लिए कहा गया है. चुनाव आयोग ने गाजियाबाद के जिला मजिस्ट्रेट की ओर से दिए गए एक वीडियो क्लिप के आधार पर यह निर्णय लिया. इस वीडियो में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ चुनावी रैली में सेना के पराक्रम का जिक्र करते हुए 'मोदी जी की सेना' कहते हुए दिखाई दे रहे हैं.
मुजफ्फरनगर दंगों के दौरान दंगाइयों के साथ खड़े थे अजित सिंह- योगी आदित्यनाथ
रविवार को गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुये योगी आदित्यनाथ ने आतंकवाद और आतंकवादियों के प्रति नरम रुख बरतने का आरोप लगाते हुये कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था. आदित्यनाथ ने कहा था, ‘‘कांग्रेस के लोग आतंकवादियों को बिरयानी खिलाते थे और मोदीजी की सेना आतंकवादियों को गोली और गोला देती है. दोनों में यह फर्क है.’’