नई दिल्लीः बेबाक बयानों से सोशल मीडिया पर अक्सर चर्चा में रहने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने बिना नाम लिए उन लोगों पर हमला बोला है जो वक्त के साथ बदल जाते हैं. उन्होंने राजनीतिक कार्यकर्ताओं और नेताओं पर निशाना साधा. फेसबुक पर एक कहानी के माध्यम से उन्होंने बौना और मामा का उदाहरण देकर समझाया कि कैसे 23 मई के बाद कईयों के मामा बदल जाएंगे.
अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए उन्होंने बताया कि एक बौना जो कि कुश्ती देखना चाहता था लेकिन वहां मौजूद लोग देखने नहीं दे रहे थे. बौने ने एक तरकीब निकाली और चिल्लाकर कहा, ''मामा ने पटक दिया, मामा ने पटक दिया.''
बौना को चिल्लाता देख वहां मौजूद लोगों को लगा कि बौना पहलवान का भांजा है. उसे आगे लाया गया. तभी दूसरे पहलवान ने पहले को पटक दिया. ऐसा होता देख फिर बौना चिल्लाया, ''यही है मेरा मामा, यही है मेरा मामा!''