दरअसल सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि स्वामी प्रसाद मौर्य बदायूं में रहकर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं और उनके आवास पर बाहरी लोग एकत्र हैं. इसी शिकायत के आधार पर आयोग की टीम ने छापेमारी की.
अवस्थी ने बताया कि छापेमारी जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह के निर्देश पर की गयी.
स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य बदायूं लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी हैं.
अवस्थी के अनुसार, छापेमारी के दौरान हालांकि स्वामी प्रसाद मौर्य नहीं मिले. वह किराये के मकान में रहते हैं और छापे के दौरान वहां मकान मालिक के परिवार के अतिरिक्त कोई अन्य नहीं मिला.
बता दें कि बदायूं सपा सांसद धर्मेन्द्र यादव ने प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा था कि बीजेपी संघमित्रा प्रत्याशी के पिता स्वामी प्रसाद मौर्या जो उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री है नियमानुसार बह बदायूं में नहीं रह सकते लेकिन मतदान के दिन भी वह चुनाव प्रभावित करने के आशय से बदायूं में रुके हुए हैं. इसकी शिकायत मैने चुनाव आयोग और जिला प्रशासन से की लेकिन कोई नहीं सुन रहा है. ऐसा लगता है की प्रशासन भी मिला हुआ है.
लोकसभा चुनाव 2019 LIVE: यूपी की इन दस सीटों पर हो रहे हैं मतदान, मैदान में हैं ये बड़े चेहरे