लखनऊ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा लोकसभा चुनाव से पहले रविवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी पहुंचीं. उनके आने से पार्टी कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह नजर आया. प्रियंका इससे पहले, 14 फरवरी को पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी का दायित्व ग्रहण करने के बाद यहां के नेहरू भवन स्थित कार्यालय में पहुंची थीं. यह उनका पहला लखनऊ दौरा था.


वह रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचीं. कांग्रेस कार्यकर्ता योगी आदित्यनाथ के नेतृत्ववाली प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते रहे हैं.


प्रियंका के पार्टी कार्यालय पहुंचते ही बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उनका स्वागत करने पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लगाए. उन्होंने एक-दूसरे के साथ होली भी खेली.


1980 के दशक में कांग्रेस शासन के दौरान प्रदेश के मंत्री रहे सुरेंद्र सिंह ने कहा, "प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में आने के बाद राज्य की राजनीतिक स्थितियां बदल गई हैं."


बलिया से ताल्लुक रखने वाले सिंह ने अन्य नेताओं के साथ प्रियंका से मुलाकात की. उन्होंने कहा, "प्रियंका गांधी को प्रदेश की बेटी मानते हुए लोग उन्हें सुनने को उत्साहित हैं."


प्रियंका 18 से 20 मार्च तक प्रयागराज से वाराणसी तक गंगा किनारे बसे गांवों का दौरा करने वाली हैं. उनके इस कार्यक्रम के बावत एक कार्यकर्ता शशिकांत त्रिपाठी ने कहा, "गंगा किनारे के गांवों का दौरा करने के क्रम में प्रियंका मछुआरा समुदाय, बिंद सुमदाय जैसी निम्न जातियों के लोगों व अन्य से मिलेंगी, उन सबसे जुड़ेंगी."


त्रिपाठी ने आगे कहा कि अपनी यात्रा के क्रम में प्रियंका भारतीय जनता पार्टी के वोटबैंक मानी जाने वाली ऊंची जातियों- ब्राह्मण, राजपूत बहुल गांवों का दौरा भी करेंगी.


रायबरेली क्षेत्र से आए एक अन्य पार्टी कार्यकर्ता अनुराग त्रिपाठी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, "गंगा मैया ने प्रियंका दीदी को बुलाया है, क्योंकि उनका एक बेटा जुमलेबाज निकला.