नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज केरल के वायनाड सीट से नामांकन दाखिल किया. इस मौके पर उनकी बहन और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं. दोनों नेता अब रोड शो में भाग ले रहे हैं. इस दौरान भारी भीड़ देखी जा रही है.


राहुल कांग्रेस की परंपरागत सीट अमेठी के साथ वायनाड से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस राहुल गांधी को वायनाड से लड़ाकर दक्षिण भारत को साधने की कोशिश में है. वायनाड लोकसभा सीट की सीमा कर्नाटक और तमिलनाडु की सीमा को छूती है. कर्नाटक में फिलहाल कांग्रेस गठबंधन की सरकार है. वहीं तमिलनाडु में कांग्रेस डीएमके के साथ चुनाव लड़ रही है. जहां गठबंधन को वापसी की उम्मीद है.





वायनाड सीट पर वामदलों के गठबंधन वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) ने पीपी सुनीर को जबकि एनडीए ने भारत धर्म जन सेना (BDJS) के अध्यक्ष तुषार वेल्लापल्ली को उम्मीदवार बनाया है. 2009 में वायनाड सीट अस्तित्व में आया था. उसके बाद हुए दोनों ही चुनावों में कांग्रेस ने इस सीट पर जीत दर्ज की. शायद यही वजह है कि राहुल गांधी ने वायनाड सीट को चुनाव और आज नामांकन दाखिल किया.



केरल में लोकसभा की 20 सीटें हैं, जहां 23 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. सूबे में 2014 के लोकसभा चुनाव में सीपीआई और सीपीआईएम ने कुल छह, कांग्रेस ने आठ, मुस्लिम लीग ने 2 और अन्य ने चार सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2009 के चुनाव में कांग्रेस ने 13, वामदलों ने पांच और अन्य ने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी.





राहुल गांधी के वायनाड सीट से लड़ने को लेकर बीजेपी उनपर निशाना साध रही है. अमेठी से बीजेपी की उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने आज कहा, ''15 साल उन्होंने अमेठी के लोगों की मदद से पावर का मजा लिया और अब वह कहीं और से नामांकन करने जा रहे हैं. यह अमेठी के लोगों का अपमान है और इसे यहां के लोग सहन नहीं करेंगे.''