लखनऊ: कांग्रेस नेता राज बब्बर हर बार किसी नई जगह से चुनावी मैदान में क़िस्मत आज़माते हैं. इस बार जब कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की, तो सब हैरान रह गए. वे इस बार लोकसभा चुनाव मुरादाबाद से लड़ रहे हैं. पार्टी के राजनैतिक गलियारों में इस बात की चर्चा ज़रूर पिछले कुछ दिनों से थी. मामला फतेहपुर सीकरी और मुरादाबाद के बीच फंसा था. आखिरकार फैसला मुरादाबाद के पक्ष में गया. क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन यहां से कांग्रेस के सांसद रह चुके हैं. रॉबर्ट वाड्रा को भी उम्मीदवार बनाए जाने के पोस्टर यहां लगे थे. प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट मुरादाबाद के ही रहने वाले हैं.
यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर गाजियाबाद, आगरा, लखनऊ और फिरोजाबाद से भी चुनाव लड़ चुके हैं. पिछला चुनाव उन्होंने गाजियाबाद से लड़ा और बुरी तरह हारे. केन्द्रीय मंत्री जनरल.वी.के सिंह के आगे वे टिक नहीं पाए. लेकिन राज बब्बर ने एक बार ऐसा कमाल किया, जिसकी चर्चा आज भी होती है.
अखिलेश यादव साल 2009 में दो जगहों कन्नौज और फिरोजाबाद से लोकसभा चुनाव जीते. बाद में उन्होंने फिरोजाबाद की सीट छोड़ दी. उपचुनाव हुआ तो कांग्रेस से राज बब्बर को टिकट मिला. समाजवादी पार्टी से अखिलेश की पत्नी डिंपल चुनावी मैदान में थीं. राहुल गांधी ने उप चुनाव में भी प्रचार किया. राज बब्बर ने डिंपल को हरा दिया. ये किसी करिश्मे से कम नहीं था.
अटल बिहारी वाजपेयी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं राज बब्बर
राज बब्बर पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुके हैं. तब वे समाजवादी पार्टी में थे. ये बात 1996 की है. वाजपेयी के खिलाफ लखनऊ से राज बब्बर चुनाव हार गए. वे लगातार 10 सालों तक आगरा से लोकसभा के सांसद रहे. 1999 से लेकर 2009 तक वे आगरा के जन प्रतिनिधि रहे. बाद में ये सीट सुरक्षित हो गई.
राज बब्बर का राजनैतिक सफर 1989 में शुरू हुआ. पूर्व पीएम वी.पी.सिंह की पार्टी जनता दल में वे शामिल हुए थे. फिर वे समाजवादी पार्टी में चले गए. जहां 1994 से लेकर 1999 तक वे राज्य सभा के सांसद रहे. बाद में समाजवादी पार्टी ने उन्हें बाहर कर दिया तो वे कांग्रेस के बन गए. अभी राज बब्बर उत्तराखंड से राज्य सभा के सांसद हैं.
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