लखनऊ: ईवीएम की सुरक्षा को लेकर विपक्षी दलों की आशंकाओं के बीच चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर बृहस्पतिवार को मतगणना के लिए विशेष इंतजाम किये हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि मतगणना के मद्देनजर राज्य भर में बड़ी तादाद में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गयी है. मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी. केवल वैध पासधारक ही मतदान केन्द्रों में प्रवेश कर सकेंगे.
सूत्रों ने बताया कि लगभग दर्जन भर संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त एहतियात बरती जा रही है और निषेधाज्ञा लागू की गयी है. चुनाव आयोग ने विजय जुलूस पर प्रतिबंध लगा रखा है. आयोग ने स्पष्ट कहा है कि आदेशों के अनुपालन में किसी तरह की ढिलायी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
मतदान केन्द्रों पर तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गयी है. मतगणना सुचारू रूप से संचालित करने और कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिहाज से अर्द्धसैनिक बलों के 20 हजार कर्मी, पीएसी के 10 हजार कर्मी और लगभग दो लाख जिला पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं.
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल वेंकटेश्वर लू ने बताया कि सभी इंतजाम पूरे हो गये हैं. मतगणना ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है. उन्होंने बताया कि मतगणना प्रक्रिया के लिए निर्देशों का कड़ाई से पालन करने के आदेश दे दिये गये हैं.
लू ने बताया कि इस बार के परिणामों में विलंब हो सकता है क्योंकि हर विधानसभा क्षेत्र में पांच बूथों का वीवीपैट पर्चियों से पुनर्मिलान किया जाएगा. उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान हुआ.
कुछ जगहों पर ईवीएम की गड़बड़ी की शिकायत के अलावा राज्य में मतदान आम तौर पर शांतिपूर्वक संपन्न हुआ. विपक्षी दलों ने हालांकि ईवीएम की सुरक्षा को लेकर आशंकाएं व्यक्त की हैं.
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