2014 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो बीजेपी ने सभी आठों सीटों यानी सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर पर जीत हासिल की थी. पहले चरण के तहत इन सीटों के लिए 11 अप्रैल को मतदान होना है.
पिछले साल हालांकि कैराना उपचुनाव में बीजेपी को विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था.
मुजफ्फरनगर में रालोद प्रमुख अजित सिंह का बीजेपी के संजीव बालियान से मुकाबला है. बालियान यहां 2014 का चुनाव जीते थे. अजित सिंह के पुत्र जयंत बागपत से केन्द्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं.
पहले ही चरण में दो अन्य केन्द्रीय मंत्री वी के सिंह गाजियाबाद से और महेश शर्मा गौतम बुद्ध नगर से बीजेपी के उम्मीदवार हैं.
मंगलवार को प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सहारनपुर में रोडशो किया.
बीजेपी और विपक्ष दोनों ने ही अपने उत्तर प्रदेश चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत सहारनपुर से की थी.
विपक्षी गठबंधन ने अपनी पहली रैली सहारनपुर के देवबंद में की थी. मायावती ने इस रैली में मुसलमानों से विवादास्पद अपील की थी कि वे कांग्रेस का समर्थन कर अपने वोट को बंटने ना दें.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी राज्य में बीजेपी के चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत सहारनपुर से ही की थी. सहारनपुर में 2013 के सांप्रदायिक दंगों की छाया 2014 के लोकसभा चुनावों पर पड़ी थी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने राष्ट्रव्यापी चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत मेरठ से की.
उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में प्रचार के दौरान कुछ निजी हमले भी हुए. सहारनपुर की रैली में योगी ने स्थानीय कांग्रेस प्रत्याशी इमरान मसूद को जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख अजहर मसूद का दामाद कह दिया था.
योगी ने कहा था, 'अजहर मसूद का दामाद इस निर्वाचन क्षेत्र में प्रवेश कर गया है और वह आतंकी मास्टरमाइंड की भाषा बोलता है.'
केन्द्रीय मंत्री एवं बीजेपी सांसद महेश शर्मा ने गौतम बुद्ध नगर में प्रचार के दौरान राहुल गांधी को 'पप्पू' कहा था और उनकी बहन प्रियंका को लेकर भी अशोभनीय टिप्पणी की थी.
योगी की गाजियाबाद रैली में 'मोदी जी की सेना' वाली टिप्पणी से विवाद उठ खड़ा हुआ. इस पर चुनाव आयोग को उनसे वक्तव्यों में सतर्कता बरतने के लिए कहना पड़ा.
आठ निर्वाचन क्षेत्रों में 96 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला डेढ़ करोड से अधिक मतदाता करेंगे.
तीन केन्द्रीय मंत्रियों के अलावा कांग्रेस के इमरान मसूद, बीजेपी के राघव लखनपाल :दोनों सहारनपुर से: और कैराना से सपा की तबस्सुम बेगम मुकाबले में हैं.
बिजनौर में कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री नसीमुददीन सिददीकी को प्रत्याशी बनाया है. उनका मुकाबला बीजेपी के राजा भारतेन्द्र सिंह से है. मेरठ में बीजेपी के राजेन्द्र अग्रवाल 2014 की विजय का सिलसिला दोहराना चाहेंगे. उनका मुकाबला बसपा के हाजी मोहम्मद याकूब से है.
कांग्रेस की डाली शर्मा केन्द्रीय मंत्री वी के सिंह के खिलाफ लड़ रही हैं जबकि गौतमबुद्ध नगर में केन्द्रीय मंत्री महेश शर्मा का मुकाबला कांग्रेस के अरविन्द कुमार सिंह से है.
राजनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश 80 सांसद लोकसभा में भेजता है.
सपा 37 और बसपा 38 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और उनके सहयोगी रालोद ने तीन प्रत्याशी उतारे हैं.
सपा-बसपा-रालोद गठबंधन ने अमेठी और रायबरेली से प्रत्याशी नहीं उतारना तय किया है, जहां से क्रमश: राहुल गांधी और सोनिया गांधी कांग्रेस उम्मीदवार हैं.
लोकसभा के लिए प्रदेश में सात चरणों में मतदान होना है. 23 मई को परिणाम आएंगे.
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