हरिद्वारः रामायण-महाभारत पर सीपीआई(एम) महासचिव सीताराम येचुरी की टिप्पणी से नाराज योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि उनके बयान से संत समाज आक्रोशित हैं. उन्होंने येचुरी के खिलाफ हरिद्वार में शिकायत दर्ज करवाई.


रामदेव ने कहा, ''अगर येचुरी को राम और सीता के नाम से इतनी आपत्ति है तो अपने नाम से सीता और राम हटाकर रावण, कंस या औरंगजेब रख लें.'' उन्होंने कहा कि येचुरी ने बयान देकर भारतीय समाज का अपमान किया.


बाबा रामदेव ने कहा. ''भारत की सभ्यता वर्षों पुरानी है और येचुरी ने इस तरह का बयान देकर पूरे भारतीय समाज और सभ्यता संस्कृति को अपमानित किया है. येचुरी को अपने बयान के लिए सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए.''


दरअसल, येचुरी ने कहा था कि हिन्दू लोग हिंसक नहीं हो सकते, यह कहना गलत है. रामायण और महाभारत में हिंसा के अनेक उदाहरण देखे गए हैं और हिन्दू शासकों ने भी हिंसा किए हैं.


बाबा रामदेव ने येचुरी पर पलटवार करते हुए कहा कि करीब 12 करोड़ लोगों की कम्युनिस्ट ने हत्या की है. कम्युनिस्ट लोगों का विश्वास रक्त क्रांति में रहा है. उन्होंने कहा कि येचुरी में हिम्मत है तो वह कहें कि कम्युनिस्ट क्रूर होते है, मुगलों ने इस्लाम के विस्तार के लिए करोड़ों लोगों की हत्या की है. उन्होंने कहा कि येचुरी हिन्दू धर्म में हिंसा का एक प्रमाण दें.


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