Maharashtra News: डिप्टी सीएम अजित पवार (Ajit Pawar) के गुट वाली एनसीपी 2024 का लोकसभा चुनाव एनडीए (NDA) सहयोगी के तौर पर लड़ेगी. अजित पवार गुट की एनसीपी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष सुनील तटकरे (Sunil Tatkare) ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी 2024 का लोकसभा चुनाव बीजेपी और एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाली शिवसेना के साथ लड़ेगी, लेकिन सीटों के बंटवारे को लेकर अभी गठबंधन घटकों में कोई बातचीत शुरू नहीं हुई है. 


तटकरे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि तीनों पार्टियों के शीर्ष नेता सीट-बंटवारे के समझौते को अंतिम रूप देंगे. हमारी पार्टी बीजेपी और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेगी. तटकरे ने कहा, ''शिवसेना राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की साझेदार है. कुछ को छोड़कर सभी एनसीपी विधायक अजित पवार के साथ हैं.'' तटकरे ने यह दावा किया कि सभी विधायक हर सप्ताह विधायक दल की बैठक में भी मौजूद रहते हैं.


मराठा आरक्षण की मांग पर यह बोले तटकरे
उधर, मराठा आरक्षण की मांग को लेकर गुरुवार सुबह मुंबई के बांद्रा इलाके में एक व्यक्ति ने कथित रूप से खुदकुशी कर ली. इस घटना पर जब तटकरे की राय मांगी गई तो उन्होंने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. लोकसभा सदस्य सुनील तटकरे ने कहा कि हम मांग करते हैं कि अन्य पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी को दिए जा रहे कोटे को बिना कोई नुकसान पहुंचाए मराठा समुदाय को आरक्षण दिया जाए. 


लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र में होंगे विधानसभा चुनाव
बता दें कि अजित पवार और एनसीपी के आठ अन्य विधायक 2 जुलाई को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हुए थे. उनके सरकार में शामिल होने के 100 दिन पूरे भी हो गए हैं. 1999 में शरद पवार ने एनसीपी की स्थापना की थी जिसका अब विभाजन हो गया है. अगले साल यानी 2024 के अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होंगे, जबकि उसके कुछ महीने  बाद अक्टूबर-नवंबर में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं. ये दोनों चुनाव अजित पवार और शरद पवार के लिए अग्नि परीक्षा की तरह होगी.


ये भी पढ़ें-  Maharashtra: शरद पवार की बैठक में क्यों हुआ नवतीन राणा का जिक्र, पार्टी कार्यकर्ताओं ने NCP चीफ से क्या कहा?