(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Lok Sabha Elections 2024: यूपी की फतेहपुर सीकरी सीट पर अपनों की बगावत ने बिगाड़ा BJP का खेल, MLA का बेटे ने छेड़ दिया महासंग्राम
Lok Sabha Elections: फतेहपुर सीकरी से बीजेपी ने मौजूदा सांसद राजकुमार चाहर को प्रत्याशी बनाया है, इसके साथ ही विरोध के स्वर उठने लगे. आइए समझते है क्या है पूरा माजरा.
Fatehpur Sikri Election 2024: लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद बीजेपी ने दूसरी बाद अपने मौजूदा सांसद राजकुमार चाहर को उत्तर प्रदेश की फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था. फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से प्रत्याशी के नाम का ऐलान होने के बाद से ही बीजेपी विधायक बाबूलाल के बेटे डॉ रामेश्वर चौधरी ने अपनी ही पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. डॉ रामेश्वर चौधरी क्षेत्र से लेकर मीडिया जगत में राजकुमार चाहर की उम्मीदवारी का मुखर होकर कड़ा विरोध कर रहें हैं.
बीजेपी ने इस पूरे मामले पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. इन सबके बीच डॉ रामेश्वर चौधरी 2 अप्रैल को किरावली में पंचायत भी आयोजित कर रहें है, जिसके लिए उन्होंने प्रशासन से जरुरी अनुमति भी ले ली है. डॉ रामेश्वर चौधरी का कहना है की अगर पार्टी के टिकट पर वर्तमान प्रत्याशी राजकुमार चाहर चुनाव लड़ेंगे तो फिर वो भी फतेहपुर सीकरी के 'महा'संग्राम में उतरेंगे.
अपने ही पार्टी प्रत्याशी का जोरदार विरोध
डॉ रामेश्वर चौधरी ने अपनी ही पार्टी के फतेहपुर सीकरी से उम्मीदवार राजकुमार चाहर के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. इस कड़ी में उन्होंने 6 मार्च 2024 को किरावली में पंचायत भी बुलाई थी. पंचायत में जनता का समर्थन मिलने के बाद उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने का एलान कर दिया था. डॉ चौधरी को बीजेपी प्रत्याशी राजकुमार चाहर के खिलाफ जनता की नाराजगी का भी बहुत फायदा मिल रहा है.
डॉ रामेश्वर चौधरी जनता का समर्थन मिलने के बाद ग्वालबाबा के दर्शन करने पहुंचे थे, इसी बहाने उन्होंने शक्ति प्रदर्शन दिखाने का भी प्रयास किया था. जिसके बाद उन्होंने बटेश्वर मंदिर में भी दर्शन करने के लिए अनुमति मांगी थी, जिसकी अनुमति प्रशासन ने नहीं दी थी. डॉ चौधरी लोकसभा चुनाव मैदान में उतरने के बाद से ही कई जनसभाएं कर रहें है और जनता के बीच रहकर प्रचार-प्रसार कर रहें है.
जनता के फैसले का इंतजार
डॉ रामेश्वर चौधरी ने बताया की, वो दो अप्रैल को किरावली में पंचायत का आयोजन कर रहें है, जिसकी अनुमति भी प्रशासन ने दे दी है. उनका कहना है की जनता जो भी फैसला देगी उसी को आधार मानते हुए चुनाव लड़ने के मामले में आगे कदम उठाया जाएगा.