Raebareli BJP Candidate Dinesh Pratap Singh: गांधी परिवार का गढ़ कहे जाने वाली उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट पर आखिरकार लंबे इंतजार के बाद बीजेपी ने उम्मीदवार उतार दिया है. योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को पार्टी ने टिकट दिया है. हालांकि कांग्रेस ने अभी तक यहां से किसी के नाम का ऐलान नहीं किया है.
पार्टी नेता प्रियंका गांधी को उम्मीदवार बनाने की मांग कर रहे हैं लेकिन सूत्रों ने बताया है कि प्रियंका ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है. ऐसे में यहां से दिनेश प्रताप सिंह की उम्मादवारी सुर्खियों में है. आखिर वे कौन हैं, चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं.
सोनिया गांधी के थे करीबी, खिलाफ भी लड़ चुके हैं चुनाव
दरअसल, बीजेपी ने रायबरेली में अपने पुराने चेहरे पर ही दांव लगाया है. दिनेश प्रताप सिंह बीजेपी से विधान परिषद के सदस्य हैं और 2019 के लोकसभा चुनाव भी सोनिया गांधी के खिलाफ लड़ चुके हैं. दिलचस्प बात यह है कि एक दौर में वह सोनिया गांधी के खास थे. साल 2018 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए दिनेश प्रताप सिंह पू्र्व में भी एमएलसी रह चुके हैं. सबसे पहले 2010 से 2016 तक, फिर 2016 से 2022 तक वे एमएलसी रहे और फिर तीसरी बार 2022 में भी उन्हें जीत मिली. यूपी की योगी सरकार में इस समय दिनेश राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं.
2018 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन करने वाले दिनेश प्रताप सिंह को पार्टी ने रायबरेली से टिकट दिया था. 2019 लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को कड़ी टक्कर दी, लेकिन जीत नहीं मिल सकी. सोनिया गांधी को 55.80 फीसदी वोट मिले, जबकि दिनेश सिंह को 38.36 फीसदी वोट हासिल हुए.
20 सालों तक रायबरेली से सांसद रही हैं सोनिया गांधी
सोनिया गांधी रायबरेली से 2004 से लेकर 2024 तक लगातार सांसद रहीं. 2004 के बाद 2006 उपचुनाव, फिर 2009, 2014 और 2019 में सोनिया गांधी को बड़ी जीत मिली. हालांकि, इस साल सोनिया गांधी ने रायबरेली से चुनाव न लड़कर राज्यसभा जाने का फैसला किया. वे अभी राजस्थान से कांग्रेस की राज्यसभा सांसद हैं. इस बार भी इस सीट पर गांधी परिवार के ही किसी नेता को कैंडिडेट बनाने की मांग कांग्रेस की ओर से हो रही है.
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