Lok Sabha Elections 2024: कर्नाटक की 28 लोकसभा सीटों पर बीजेपी जेडीएस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. लोकसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के बाद अब बीजेपी जल्द से जल्द बाकी सभी सीटों पर प्रत्याशी फाइनल करने की तैयारी में जुटी है. वहीं, बीजेपी की ओर से जारी की गईं कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट में जिन सीटों से प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है, उसमें से कई पर नेताओं की नाराजगी भी खुलकर सामने आने लगी है.
बीजेपी ने दूसरी लिस्ट में हावेरी लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को मैदान में उतारा है. इस सीट से कर्नाटक की बीजेपी सरकार में डिप्टी सीएम रहे केएस ईश्वरप्पा ने अपने बेटे केई कांतेश के लिए टिकट की दावेदारी की थी, लेकिन पार्टी ने बोम्मई को टिकट देकर चुनावी दंगल में उतरने का मौका दिया है. इससे ईश्वरप्पा नाराज हो गए हैं और कर्नाटक के पूर्व सीएम येदियुरप्पा पर भी निशाना साधा है.
बेटे केई कांतेश को टिकट नहीं मिलने से नाराज ईश्वरप्पा
दरअसल, बीजेपी ने पूर्व सीएम येदियुरप्पा के बेटे बीवाई राघवेंद्र को एक बार फिर से शिवमोग्गा से ही टिकट दिया है. इससे नाराज ईश्वरप्पा के बेटे केई कांतेश को टिकट नहीं मिलने के बाद बगावती तेवर और तेज हो गए हैं. वहीं, 75 साल के बीजेपी के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा मंगलवार (19 मार्च) को शिवमोग्गा लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने के फैसले को लेकर चल रहे कायसों के बीच बचाव मुद्रा में भी आए. बावजूद इसके बीजेपी के कद्दावर नेता ईश्वरप्पा के निर्दलीय चुनाव लड़ने को लेकर चर्चाएं तेज हैं.
'हिंदुत्व की बात करने वालों को किया दरकिनार'
पीटीआई के मुताबिक, पूर्व डिप्टी सीएम ईश्वरप्पा ने कहा कि राज्य में बीजेपी पर एक परिवार का नियंत्रण है और हम इसका विरोध कर रहे हैं. उन सभी लोगों को साइडलाइन कर दिया गया जोकि हिंदुत्व की बात कर रहे हैं. इनमें सीटी रवि, प्रताप सिम्हा, बसनगौड़ा पाटिल यतनाल, सदानंद गौड़ा प्रमुख रूप से शामिल हैं. यह सभी हिंदुत्व के बारे में बोलने वाले हैं, इन सभी को पार्टी की ओर से दरकिनार किया जा रहा है. इन सभी नेताओं ने पार्टी को आगे ले जाने के लिए बहुत काम किया है.
पीएम की शिवमोग्गा की रैली में नहीं हुए थे शामिल
ईश्वरप्पा सोमवार (18 मार्च) को शिवमोग्गा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में भी शामिल नहीं हुए थे. बीजेपी ने येदियुरप्पा के बेटे बीवाई राघवेंद्र को शिवमोग्गा लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है जोकि मौजूदा सांसद भी हैं.
उधर, पूर्व सीएम येदियुरप्पा ने केएस ईश्वरप्पा के आरोपों पर कहा कि कैंडिडेट्स के नामों को तय करने का काम केंद्रीय चुनाव समिति की ओर से किया जाता है. इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है.