नितिन गडकरी के इंटरव्यू का हिस्सा डालकर कांग्रेस ने बीजेपी पर कसा तंज
Election News: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के एक बयान को कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया है. ये वीडियो काफी वायरल हो रहा है.
Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो को शेयर करते हुए कांग्रेस ने लिखा कि मोदी सरकार के मंत्री नितिन गडकरी का कहना है- आज किसान को फसल का दाम नहीं मिल रहा है. कांग्रेस का वादा है- किसानों को MSP की कानूनी गारंटी देंगे.
देश का सबसे पुराना राजनीतिक दल इस वीडियो के हवाले से केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साध रही है. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में एक न्यूज पोर्टल को दिए इंटरव्यू में गरीबों और किसानों की बदहाली पर बात की. उनके इस बयान को कांग्रेस ने भी शेयर किया है.
क्या बोले नितिन गडकरी?
कांग्रेस की ओर से शेयर किए गए वीडियो में नितिन गडकरी कहते नजर आ रहे हैं कि आज गांव, गरीब, मजदूर और किसान दुखी हैं. गांवों में अच्छे रोड नहीं, पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं, अच्छे अस्पताल नहीं, अच्छे स्कूल नहीं हैं. किसानों के फसल को अच्छे भाव नहीं हैं.
कांग्रेस ने उठाया मुद्दा
नितिन गडकरी के इस बयान को कांग्रेस ने भुनाने की कोशिश की है. कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए बीजेपी पर हमला बोला. कांग्रेस ने गडकरी की कही बातों को एक्स पर पोस्ट करते हुए साथ में इस इंटरव्यू का वीडियो भी अटैच किया.
श्रीनिवास ने भी कसा तंज
इंडिया यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए बीजेपी पर तंज कसा. उन्होंने एक्स पर इसे लेकर पोस्ट किया, "मुझे लगता है कि नितिन गडकरी पर अब कार्रवाई होगी, उन्हें देशद्रोही भी कहा जा सकता है. किसानों के समर्थन में खड़े होकर वह सीधे तौर पर मोदी जी का 'ग्राफ' नीचे गिराने की साजिश रच रहे हैं. आपको क्या लगता है?"
पहले भी दे चुके हैं पार्टी लाइन से अलग बयान
मराठा आंदोलन के वक्त उन्होंने कहा था कि नौकरी ही नहीं है, तो आरक्षण लेकर क्या होगा? 2019 चुनाव से पहले गडकरी का बयान खूब सुर्खियां बटोर रही थी. जनवरी 2019 में उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि जो नेता सपने दिखाने का काम करता है, वो लोगों को अच्छा लगता है. गडकरी के इस बयान को सियासी गलियारे में मोदी पर अप्रत्यक्ष तौर पर निशाना साधने के रूप में देखा गया.
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