(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Lok Sabha Elections 2024: क्यों मंच पर रो पड़े बृजभूषण सिंह? कहा- मुसलमान और हमारा DNA एक
Lok Sabha Election: गोंडा में जनसभा के दौरान बृजभूषण सिंह भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि डेढ़ साल से मेरे साथ षड्यंत्र किया जा रहा है. मेरे शरीर पर इतने वार हुए हैं कि ये शरीर अब पत्थर का हो चुका है.
Lok Sabha Election 2024: कैसरगंज लोकसभा सीट से भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख और बीजेपी सांसद बृज भूषण शरण सिंह का टिकट काटकर बीजेपी ने इसबार उनके बेटे करण भूषण शरण सिंह को टिकट दिया है. दोनों बाप-बेटे गाड़ियों के लंबे-लंबे काफिलों से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. बृजभूषण अपने बेटे के लिए वोट मांग रहे हैं, लेकिन भाषणों में अक्सर टिकट न मिलने का दर्द भी झलक जाता है और इस बार वो गोंडा में चुनावी मंच पर ही भावुक हो गए.
लोगों को संबोधित करते हुए बृज भूषण शरण सिंह ने कहा कि डेढ़ साल से मेरे साथ षड्यंत्र किया जा रहा है. मेरे शरीर पर इतने वार हुए हैं कि ये शरीर अब पत्थर का हो चुका है, लेकिन मैं चुप नहीं रह सकता. अभी खेला होना बाकी है. उन्होंने मुसलमानों से कहा कि कोई कहे या ना कहे आप हमारा ही खून हो, आपका और हमारा डीएनए एक ही है. अगर हम और आप अपना डीएनए चेक करें तो 5 पीढ़ी पहले तक का डीएनए सेम ही निकलेगा. अपने संबोधन के दौरान बृजभूषण भावुक होते भी दिखे.
उन्होंने आगे कहा कि 600 किलोमीटर दूर हरियाणा में बैठकर, जो हमारे खिलाफ षडयंत्र कर रहे हैं, वो मेरा राजनीतिक भविष्य खत्म करना चाह रहे हैं. इसलिए आपका वोट उनके गाल पर तमाचा के समान होगा. उन्होंने कहा कि ये पहली बार नहीं हो रहा है. 1996 में भी हमारे से षडयंत्र हुआ था और अब 2024 में भी यही हो रहा है. सिंह ने कहा कि एक पिता के लिए इससे बड़ी बात क्या हो सकती है कि उसका बेटा सांसद बने. उन्होंने कहा मेरा बेटा भी 33 साल का है और मैं भी 33 साल की उम्र में सांसद बना था. इस दौरान उन्होंने एक बार फिर सीएम योगी के बुलडोजर नीति की आलोचना की.
बता दें कि कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र गोंडा की तीन विधानसभाओं तरबगंज, करनैलगंज, कटरा और बहराइच ज़िले की दो विधानसभा कैसरगंज और पयागपुर से मिलकर बना है.पिछले तीन बार से लगातर बृज भूषण शरण सिंह यहां से सांसद निर्वाचित हुए हैं. 2009 में समाजवादी पार्टी से जीते. उसके बाद 2014 और 2019 में बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज की थी.