Lok Sabha Elections 2024: आचार संहिता के बीच सिर्फ 10 रुपए मिले ज्यादा, उड़न दस्ते ने महिला से जब्त कर ली मोटी रकम!
Lok Sabha Elections: महिला घर से पति की कंपनी में कर्मचारियों का पेमेंट देने जा रही थीं. उन्होंने बताया, "मैं चुनाव के दौरान लागू आदर्श आचार संहिता के नियमों को अच्छे से जानती और समझती हूं."
Coimbatore Lok Sabha Elections 2024: तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक महिला से चुनावी उड़न दस्ते (फ्लाइंग स्कवॉड टीम - FST) ने चुनाव आचार संहिता के दौरान कैश रखने की सीमा से सिर्फ 10 रुपए अधिक मिलने पर 50,010 रुपए जब्त कर लिए. पीड़ित महिला सुरिया प्रिया (34) ने इस मामले की शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग और जिला कलेक्टर से की है.
सुरिया प्रिया के मुताबिक, "आचार संहिता का पालन कराने वाली उड़न दस्ते की टीम ने पहले उनसे 20 रुपए मांगे, जिसके बाद मैंने मोबाइल कवर के पीछे रखे 10 रुपए निकाल कर दिए. फिर उन्होंने ये बोलते हुए मेरे पैसे जब्त कर लिए कि ये आचार संहिता में कैश ले जाने की लिमिट से 10 रुपए ज्यादा है. मैंने उन्होंने लैपटॉप और फोन में पैसे निकालने का मेसेज भी दिखाया पर उन लोगों ने जानबूझकर मेरे पैसे जब्त कर लिए".
पेमेंट के लिए ले जा रहीं थी पैसे
पीड़िता पति सुरेश बाबू की कंपनी नवा इंडिया में अकाउंटेंट हैं. उनकी कंपनी मिक्सर ग्राइंडर बनाती है. उन्हें एफएसटी ने सुबह 11 बजे सिंगानल्लुर के इंदिरा गार्डन के पास जांच के लिए रोका था. सुरिया प्रिया तब घर से पति की कंपनी में कर्मचारियों का पेमेंट देने जा रही थीं. उन्होंने कहा, "जब्त पैसे 500 के नोट के रूप में थे. उन्हें मैं कंपनी कर्मचारियों को देने जा रही थी. मैं चुनाव के दौरान लागू आदर्श आचार संहिता के नियमों को अच्छे से जानती और समझती हूं. इसीलिए मैं चुनाव के दौरान बिना कागज दिखाए कैश रखने की लिमिट 50 हजार के तहत बस 50 हजार रुपए लेकर निकली थी. मैंने उस दौरान पुलिस को बहुत समझाने की भी कोशिश की".
3 घंटे बाद पुलिस ने वापस कर दिए पैसे
एफएसटी ने सुरिया प्रिया से पैसे जब्त करने के तकरीबन तीन घंटे बाद उनके पैसे वापस कर दिए, जिसके बाद उन्होंने कलेक्टर क्रांति कुमार पति से मिलकर शिकायत दर्ज कराई थी. चुनाव आयोग के अधिकारियों के मुताबिक, ''उनका सुरिया प्रिया को परेशान करने का इरादा नहीं था. वह तो बस ड्यूटी कर रहे थे. उनके पास कोई कागज नहीं थे सिर्फ इसलिए पैसे जब्त किए गए थे. उनकी ओर से जरूरी कागज पेश करने के बाद हमने उन्हें पैसे सौंप दिए." कोयंबटूर जिलाधिकारी ने बाद में बताया, "हम मामले की जांच कराएंगे और अगर जांच में आरोप सही पाए गए तो हम चुनाव आयोग के अधिकारियों पर करवाई करेंगे".
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