Lok Sabha Elections 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 में इस बार कुछ ऐसी चीजें हुईं, जो अब तक चर्चा का विषय बनी हुई हैं. इस बार गरीब प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में दिखे, जिसमें उन्होंने अपनी संपत्ति मात्र 2 रुपये दिखाई.ये खबरें काफी वायरल हुईं. अब मध्य प्रदेश के भोपाल से भी एक ऐसी ही इंट्रेस्टिंग खबर सामने आ रही है. यहां भोपाल सीट से चुनावी मैदान में उतरे पूर्व सिपाही ने पूर्व आईपीएस से ज्यादा वोट पा लिए. 4 जून को घोषित चुनाव परिणाम में एक रिटायर्ड सिपाही ने ज्यादा वोट हासिल करके पूर्व महानिदेशक को ही पछाड़ दिया. हालांकि, यहां पर बीजेपी के आलोक शर्मा ने 5 लाख से ज्यादा वोट हासिल करके कांग्रेस के एडवोकेट अरुण श्रीवास्तव को हरा दिया.


भोपाल संसदीय सीट से 22 उम्मीदवारों के अलावा 6 हजार 621 वोट बटोकर NOTA चौथे नंबर पर रहा. इन 22 उम्मीदवारों में पुलिस विभाग के रिटायर्ड अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल थे. इनमें मौलिक अधिकारी पार्टी के टिकट पर पूर्व सिपाही बाबूलाल सेन चुनावी मैदान में उतरे तो वहीं पूर्व डीजी मैथिलीशरण गुप्त निर्दलीय चुनाव लड़े.


पूर्व सिपाही ने पा लिए ज्यादा वोट
4 जून को जब चुनाव परिणाम की घोषणा की गई तो पता चला कि पूर्व सिपाही बाबूलाल सेन ने 720 वोट हासिल किए हैं, जबकि पूर्व आईपीएस मैथिलीशरण गुप्त को 427 वोट ही मिल पाए. इन दोनों प्रत्याशियों में वोटों का मार्जिन 293 मत का रहा. 1984 बैच के आईपीसी मैथिलीशरण गुप्त 2021 में मध्य प्रदेश में स्पेशल डीजी के पद से रिटायर हुए थे. अब गुप्त सामाजिक कार्यक्रमों समेत सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. वहीं, बाबूलाल सेन मध्य प्रदेश पुलिस में सिपाही थे. बाबूलाल कोई भी सोशल मीडिय प्लेटफॉर्म पर एक्टिव नहीं रहते हैं. इसके बाद भी उन्होंने ज्यादा मत पा लिए.


NOTA को भी मिले ज्यादा वोट
भोपाल में इस बार सबसे ज्यादा वोट बीजेपी के आलोक शर्मा को मिले, उसके बाद दूसरे नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी अरुण और तीसरे नंबर पर बसपा प्रत्याशी रहे. इन तीनों के बाद सबसे ज्यादा वोट नोटा को मिले. 6 हजार 621 वोट पाकर NOTA चौथे नंबर पर रहा. किसी भी प्रत्याशी को अपनी जमानत राशि बचाने के लिए कुल मतदान का 1.66 फीसदी यानी करीब 25 हजार वोट प्राप्त करने थे, लेकिन बीजेपी और कांग्रेस छोड़ बाकी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई.