Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सभी पार्टियों के साथ चुनाव आयोग ने भी कमर कस ली है. चुनाव आयोग की टीमें हर राज्य में चुनावी तैयारियों का जायजा ले रही हैं और जल्द ही चुनाव की तारीखों का एलान होने की संभावना है. ऐसे में हम 2014 लोकसभा चुनाव से जुड़ा एक वाकया बता रहे हैं, जब छत्तीसगढ़ की महासमुंद सीट पर एक ही नाम के 11 उम्मीदवार मैदान में उतर गए थे. इस सीट को लेकर पहले बीजेपी फिर कांग्रेस ने काफी बवाल किया था.
छत्तीसगढ़ की महासमुंद सीट पर कांग्रेस ने अजीत जोगी को अपना उम्मीदवार बनाया था. वहीं, बीजेपी ने चंदूलाल साहू को टिकट दिया था. हालांकि, बाद में 10 और निर्दलीय उम्मीदवारों ने इसी सीट से चुनावी पर्चा भरा और सभी का नाम चंदूलाल साहू था. इसके बाद बीजेपी ने चुनाव आयोग में भी शिकायत कर दी थी.
अलग-अलग थे चुनाव चिन्ह
11 उम्मीदवारों का नाम एक समान था और मतदाता भी परेशान हो गए कि जिस चंदूलाल साहू को वह वोट देना चाहते हैं, आखिर वह कौन है. हालांक, सभी के चुनाव चिन्ह अलग-अलग थे और इसी से उम्मीदवारों की पहचान हुई. बीजेपी प्रत्याशी का चुनाव चिन्ह कमल था और निर्दलीय उम्मीदवारों के चुनाव चिन्ह गुब्बारा, सीलिंग फैन, बैट, ऑटो रिक्शा, ब्रेड, टीवी, बल्लेबाज, बेल्ट, ब्लैकबोर्ड और बोतल था.
पहले बीजेपी फिर कांग्रेस ने की थी शिकायत
बीजेपी उम्मीदवार के समान 10 अन्य लोगों के चुनाव लड़ने पर बीजेपी ने चुनाव आयोग में शिकायत की थी और कहा था कि इसके जरिए कांग्रेस अजीत जोगी को फायदा पहुंचाना चाहती है. बीजेपी ने अन्य 10 उम्मीदवारों का नामांकन खारिज करने की भी मांग की थी और दोषी पाए जाने पर अजीत जोगी का नामांकन रद्द करने की भी मांग की थी. हालांकि, मतगणना वाले दिन अधिकतर समय अजीत जोगी आगे रहे और अंत में बीजेपी उम्मीदवार की जीत हुई. इसके बाद अजीत जोगी ने ईवीएम से छेड़खानी का आरोप लगाया और जांच की मांग की थी. हालांकि, ऐसा कुछ नहीं हुआ. एक हजार वोट के अंतर से बीजेपी के चंदूलाल ने चुनाव जीता. अन्य 10 चंदूलाल को कुल मिलाकर 60 हजार वोट मिले थे.
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