Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल के बीच गठबंधन हो सकता है. राज्य में नवीन पटनायक की पार्टी बेहद मजबूत स्थिति में है. बीजू जनता दल लगातार विधानसभा और लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर रही है. ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि नवीन पटनायक को आखिर गठबंधन की जरूरत क्यों पड़ गई?


भारतीय जनता पार्टी ने आगामी चुनाव के लिए अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 400 से ज्यादा लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए ओडिशा की 21 लोकसभा सीटें अहम हैं. इन्हीं सीटों को साधने के लिए बीजेपी यहां सत्ताधारी बीजू जनता दल के साथ गठबंधन करना चाहती है. वहीं, बीजेडी के मुखिया नवीन पटनायक बीजेपी के साथ गठबंधन के लिए मजबूर हो सकते हैं.


बीजेडी में बगावत रोकने की पहल
2009 से ओडिशा में बीजू जनता दल की सरकार है. ऐसे में सभी महात्वाकांक्षी नेता अब अपने लिए बड़े पद की मांग कर रहे हैं और मांग पूरी नहीं होने पर पार्टी भी छोड़कर जा रहे हैं. अरबिंदा धाली, प्रदीप पाणिग्रही, प्रशांत जगदेव और देबासीस नायक जैसे कई नेता बीजेडी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. इसी बगावत को रोकने के लिए नवीन शायद बीजेपी के साथ गठबंधन करने के बारे में सोच रहे हैं.


बिहार की तरह ओडिशा में भी वेटिंग गेम?
बिहार में नीतीश कुमार के साथ गठबंधन में बीजेपी सरकार इंतजार कर रही है. नीतीश के बाद जेडीयू का भविष्य नहीं दिखता. ऐसे में बीजेपी जनता दल यूनाइटेड का वोट बैंक अपनाकर सत्ता में आ सकती है. जेडीयू की तरह बीजू जनता दल भी एक नेता के दम पर चलने वाली पार्टी है. ऐसे में नवीन पटनायक के बाद ओडिशा में भी बीजेपी को बीजेडी का वोट बैंक मिल सकता है. हालांकि, इसके लिए दोनों राज्यों में बीजेपी को इंतजार करना होगा.

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