Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवारों की पहली सूची में सिंधिया परिवार के 2 सदस्यों का नाम है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश की गुना सीट से मौका दिया गया है, जबकि राजस्थान के झालावाड़-बारां सीट से दुष्यंत सिंह को टिकट दिया गया है. दुष्यंत सिंह वसुंधरा राजे के बेटे हैं, जबकि वसुंधरा राजे ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ हैं. ऐसे में बीजेपी की पहली लिस्ट दो भाइयों को टिकट मिला है.
दुष्यंत सिंह लगातार 5वीं बार झालावाड़-बारां सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. वह इससे पहले इसी सीट पर 4 बार चुनाव लड़ चुके हैं और हर बार जीत हासिल की है. उनकी मां वसुंधरा राजे भी इस सीट पर 5 बार सांसद बन चुकी हैं. झालावाड़-बारां लोकसभा सीट को राजे का गढ़ भी माना जाता है. पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में वसुंधरा राजे ने झालरपाटन विधानसभा सीट से बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी.
ऐसा रहा ज्योतिरादित्य सिंधिया का राजनीतिक जीवन
सितंबर 2001 में पिता के निधन के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना सीट से सांसद बने. 2004 और 2007 में वह चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे और उन्हें केंद्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री के रूप में केंद्रीय मंत्री परिषद में शामिल किया गया. 2009 में भी वह गुना से सांसद बने और उन्हें वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री की जिम्मेदारी मिली. 2014 में भी वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते और विपक्ष का हिस्सा रहे. 2019 में उन्हें कृष्ण पाल सिंह यादव के खिलाफ हार झेलनी पड़ी और मार्च 2020 में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. 2020 जून में ही वह मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद बने और 2021 में उन्हें नागरिक उड्डयन मंत्री बनाया गया. 2022 में उन्हें इस्पात मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई.
BJP की पहली लिस्ट में किस सूबे से कितने उम्मीदवार?
दरअसल, बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 2 मार्च, 2024 को 195 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी, जिसमें उत्तर प्रदेश से 51, पश्चिम बंगाल से 20, मध्य प्रदेश से 24, गुजरात से 15, राजस्थान से 15, केरल से 12, तेलंगाना से 9, असम से 11, झारखंड से 11, छत्तीसगढ़ से 11, दिल्ली से 5, जम्मू-कश्मीर से 2, उत्तराखंड से 3, अरुणाचल प्रदेश से 2, गोवा से 1, त्रिपुरा से 1, अंडमान से 1 व दमन और दीव से 1 सीटों पर उम्मीदवार उतारे गए. बीजेपी की पहली सूची में 28 महिलाएं, 27 एसटी, 18 एसटी, 57 ओबीसी और 47 युवा नेता हैं.
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