बदायूं सीट से शिवपाल यादव को टिकट देने के पीछे क्या है अखिलेश यादव की रणनीति, यहां जानिए
Lok Sabha Elections 2024: अखिलेश यादव ने पहले बदायूं सीट से धर्मेंद्र यादव को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन अब शिवपाल यादव को यहां से टिकट मिला है.
Lok Sabha Elections 2024: समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी कर दी है. इस सूची में पांच उम्मीदवारों के नाम हैं. चार सीटों के लिए उम्मीदवार के नाम का एलान किया गया है और अब पार्टी कुल 31 सीटों के लिए अपने उम्मीदवार मैदान में उतार चुकी है. वहीं, बदायूं सीट से अखिलेश ने अपना उम्मीदवार बदला है. पहले इस सीट से धर्मेंद्र यादव को टिकट दिया गया था, लेकिन अब शिवपाल यादव यहां से चुनाव लड़ेंगे. सलीम शेरवानी के इस्तीफे के बाद इस सीट का पेंच फंस गया है.
सलीम शेरवानी ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों की पहली सूची आने के कुछ दिन बाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने अखिलेश यादव पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. शेरवानी की पारंपरिक सीट बदायूं ही है और संभावना है कि वह पार्टी बदलकर यहां से चुनाव लड़ें. ऐसे में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के लिए यहां जीत हासिल करना मुश्किल होगा.
बदायूं के समीकरण
बदायूं से फिलहाल संघमित्रा मौर्य सांसद हैं. वह 2019 में बीजेपी के टिकट पर धर्मेंद्र यादव को हराकर चुनाव जीती थीं. उन्हें फिर से टिकट मिलने की पूरी संभावना है. ऐसे में वह चुनाव की तैयारी में लगी हैं. इसके इतर अखिलेश यादव से नाराज सलीम सेरवानी भी इसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. वह पहले भी कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ चुके हैं. समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव 2019 में भी बड़े अंतर से हार गए थे. शायद इसी वजह से अखिलेश ने मुश्किल सीट से शिवपाल को टिकट दिया है. अब धर्मेंद्र यादव को कन्नौज या आजमगढ़ से टिकट मिल सकता है. वह इन्हीं दो सीटों के प्रभारी भी हैं.
स्वामी प्रसाद मौर्य भी बने वजह
स्वामी प्रसाद मौर्य यूपी के बड़े हिस्से में प्रभाव रखते हैं और उनके पार्टी छोड़ने से समाजवादी पार्टी की रणनीति निश्चित रूप से प्रभावित हुई है. उनके जाने से हुए नुकसान की भरपाई के लिए भी अखिलेश को अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा. धर्मेंद्र यादव की सीट में बदलाव इसी का परिणाम हो सकता है.
तीसरी लिस्ट में किसे मिला मौका?
कैराना- इकरा हसन
बदायूं- शिवपाल सिंह यादव
बरेली- प्रवीण सिंह ऐरन
हमीरपुर- अजेंद्र सिंह राजपूत
वाराणसी- सुरेन्द्र सिंह पटेल