Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में गठबंधन कर लिया है. वहीं, अखिलेश यादव का साथ छोड़ने वाले जयंत चौधरी और ओपी राजभर बीजेपी का दामन थामने के लिए तैयार हैं. आगामी चुनाव के लिए बीजेपी के साथ अपना दल पहले से है और अब राष्ट्रीय लोकदल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भी एनडीए में लगभग शामिल हो चुकी हैं. ऐसे में बीजेपी ने सभी के साथ सीट शेयरिंग का फॉर्मूला भी तय कर लिया है. हालांकि, इसका आधिकारिक एलान अभी बाकी है.


2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 80 में से 78 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इनमें से 62 पर उसे जीत मिली थी. अपना दल ने दो सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और उसके दोनों उम्मीदवार जीत हासिल करने में सफल रहे थे. ऐसे में अब बीजेपी के सामने अपनी सीटों में कटौती कर आरएलडी और सुहेलदेव राष्ट्रीय समाज पार्टी के उम्मीदवारों को मौका देने की चुनौती होगी.


दो सीट मांग रहे जयंत चौधरी
जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल का दबदबा पश्चिमी यूपी में है. ऐसे में वह जयंत चौधरी बागपत और बिजनौर सीट से अपना उम्मीदवार उतार सकते हैं. पहले खबरें आई थीं कि बीजेपी ने कैराना, बागपत, मथुरा और अमरोहा लोकसभा सीट राष्ट्रीय लोकदल को दे सकती है. हालांकि, बाद में यह भी सामने आया कि राष्ट्रीय लोकदल के चुनाव चिन्ह पर तीन उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, एक उम्मीदवार बीजेपी का होगा. मुजफ्फरनगर सीट को लेकर ही राष्ट्रीय लोकदल और समाजवादी पार्टी का गठबंधन टूटा है.


ओपी राजभर को चाहिए तीन सीटें
ओपी राजभर तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारना चाहते हैं. दावे के अनुसार वह घोसी, सलेमपुर, लालगंज, आजमगढ़ में से किन्हीं तीन सीट पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतार सकते हैं. यूपी में सुहेलदेव समाज पार्टी के छह विधायक हैं और उन्हें एक ही सीट मिलने की संभावना है. अगर दूसरी सीट उन्हें दी जाती है तो बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर उनके उम्मीदवार को चुनाव लड़ना होगा. वहीं, निषाद पार्टी के एकमात्र उम्मीदवार को पिछली बार की तरह इस बार भी बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ना पड़ सकता है.

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