Loksabha Election 2024: आगामी लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट जारी कर दी है. अखिलेश यादव की इस तीसरी लिस्ट में एक नाम सुरेंद्र सिंह पटेल का है, जो इस साल वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनावी ताल ठोंकेंगे. हालांकि बीजेपी ने अभी लोकसभा चुनावों के लिए अपनी लिस्ट जारी नहीं की है.
इस वक्त पीएम मोदी वाराणसी से सांसद हैं, वह दो बार इस सीट से चुनाव लड़ चुके हैं. साल 2014 में उन्होंने अरविंद केजरीवाल को हराया था, वहीं साल 2019 में उन्होंने कांग्रेस के अजय राय को इस सीट से भारी अंतर से मात दी थी. अब साल 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा ने उनके सामने सुरेंद्र सिंह को टिकट देकर अपना दावेदार बनाया है. ऐसे में जानते है कि सुरेंद्र सिंह पटेल कौन हैं, जिन्हें अखिलेश यादव ने मैदान में उतारा है.
कौन हैं सुरेंद्र सिंह पटेल
सुरेंद्र सिंह वाराणसी के पुराने और दिग्गज नेता हैं, जिन्होंने साल 1980-1985 के बीच जनता दल से अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत की थी. साल 1985 में जब अपना दल का गठन हुआ तो वह उसमें शामिल हो गए. 1996 में उन्होंने गंगापुर विधानसभा से चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें 36 हजार वोट मिले, लेकिन वह हार गए थे. साल 2002 में उन्होंने एक बार फिर से अपनी किस्मत आजमाने की सोची और फिर से गंगापुर से चुनाव लड़े, लेकिन इस बार वह जीत गए.
तीन बार बन चुके है विधायक
साल 2003 में मायावती की सरकार बनी और पटेल उसमें शामिल हुए और राज्यमंत्री बने. उसी साल जब मायावती ने इस्तीफा दिया तो उनकी सरकार गिर गई और समाजवादी पार्टी की सरकार आई और पटेल भी सपा में शामिल हो गए. साल 2007 में वह फिर से गंगापुर विधानसभा से सपा के टिकट पर चुनाव लड़े और जीत गए. साल 2012 में परिसीमन के बाद जब गंगापुर सीट सेवापुरी में बदल गई तब भी वह विधायक बने. कुल मिलाकर पटेल अब तक तीन बार विधायक बन चुके हैं.
दो बार हारने के बाद पीएम के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव
साल 2017 और 2022 के चुनाव में पटेल ने हार का सामना किया. वह रोहनिया में अपना दल के प्रत्याशी नीलू सिंह से हार गए थे, लेकिन अब उन पर भरोसा जताते हुए अखिलेश यादव ने वाराणसी से उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है. लोकसभा चुनाव के लिए सपा ने मंगलवार (20 फरवरी ) को अपने उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी कर दी. सूची में इकरा हसन, शिवपाल यादव, प्रवीण सिंह ऐरन, अजेंद्र सिंह रादपूत और सुरेंद्र सिंह पटेल के नाम शमिल हैं.
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