South Delhi Lok Sabha Elections: भारत में 18वीं लोकसभा के लिए 2024 में होने वाले आम चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है. केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में सत्ताधारी बीजेपी की अग्नपरीक्षा होने वाली है. यहां उसकी मुख्य विपक्षी आम आदमी पार्टी है.


दिल्ली में पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी ने पूरी 7 सीटों पर कब्जा जमाया था. इस बार उसके लिए चुनौतियां बढ़ गईं हैं. ‘द डेली गार्डियन’ ने दिल्ली के बीजेपी सांसदों का ग्राउंड सर्वे रिपोर्ट कार्ड पेश किया है. आगामी चुनाव के मद्देनजर दक्षिण दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी से कितने प्रतिशत लोग नाराज हैं. इस सर्वे रिपोर्ट में उन्हें 10 में से 6.1 नंबर दिए गए हैं.


रमेश बिधूड़ी का राजनीतिक करियर


सांसद रमेश बिधूड़ी का राजनीतिक करियर कॉलेज के दिनों में शहीद भगत सिंह कॉलेज से ही शुरु हो गया था. शुरू में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक्टिव सदस्य रहे. रमेश बिधूड़ी 2003 से लेकर 2008 तक दिल्ली बीजेपी के उपाध्यक्ष रहे. वर्तमान समय में वह दिल्ली बीजेपी के महामंत्री पद पर भी आसीन हैं.


दक्षिणी दिल्ली से सांसद बनने से पहले रमेश बिधूड़ी तीन बार तुगलगाबाद से विधायक भी रह चुके थे. पहली बार उन्होंने 2014 में लोकसभा चुनाव लड़कर जीत दर्ज की थी. इसके बाद 2019 में आम आदमी पार्टी के राघव चड्डा और कांग्रेस के उम्मीदवार विजेंद्र कुमार (मुक्केबाज) को हराकर दोबारा संसद भवन पहुंचे थे.


सांसद का सर्वे रिपोर्ट कार्ड


इस सर्वे के दौरान जब दक्षिण दिल्ली के लोगों से यह पूछा गया कि क्या आप रमेश बिधूड़ी के क्षेत्र में रहते हैं? इस पर 51 प्रतिशत लोगों ने हां में जवाब दिया. 45 परसेंट ने नहीं में उत्तर दिया और 5 परसेंट इस बारे में नहीं जानते थे.


दूसरा सवाल किया गया कि क्या आप अपने सांसद के कार्य से संतुष्ट हैं? इस पर 55 परसेंट लोगों ने हां में जवाब दिया. वहीं 40 फीस लोग असंतुष्ट दिखे. जबकि 5 परसेंट लोगों ने कहा वह नहीं जानते.


इसके बाद सवाल पूछा गया कि क्या आप लोग पार्टी या विचारधारा पर वोट करेंगे? इस पर 62 प्रतिशत लोगों ने हां में जवाब दिया, 33 फीसद ने न में उत्तर दिया जबकि 5 परसेंट लोग बोले उऩ्हें नहीं मालूम. फिर सवाल पूछा गया कि क्या आप लोग प्रत्याशी के नाम पर वोट करेंगे? इस पर 49 परसेंट लोगों का जवाब हां था. 46 फीसद ने कहा नहीं. जबकि 5 प्रतिशत लोगों ने कहा पता नहीं.


मोदी फैक्टर क्या कोई रोल अदा करेगा?


सर्वे में अगला सवाल यह पूछा गया कि आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में मोदी फैक्टर काम करेगा. इस पर 70 प्रतिशत लोगों ने हां में जवाब दिया. 20 परसेंट लोगों ने कहा नहीं. जबकि 10 परसेंट लोगों का मानना था कि उन्हें इस बारे में पता नहीं. सर्वे में अंतिम सवाल यह पूछा गया कि क्या आप लोग वर्तमान सांसद को अगली बार भी वोट देंगे? इस पर 58 परसेंट लोगों ने हां में जवाब दिया. 40 परसेंट ने न कहा और दो प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें नहीं पता.


प्रमुख मुद्दे और जातिगत वोट


दक्षिणी दिल्ली संसदीय क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं में पीने का पानी, स्थानीय सड़कें, ट्रैफिक, ड्रेनेज सिस्टम, शिक्षा और स्वास्थ्य, क्राइम, अवैध कब्जा, हुड़दंग शामिल हैं. अगर दक्षिण दिल्ली में वोट परसेंट की बात की जाए तो यहां ओबीसी सर्वाधिक 33 परसेंट हैं. इसके अलावा शेड्यूल कॉस्ट (एससी) 19 परसेंट, ब्राह्मण 10 प्रतिशत, गुर्जर 10 परसेंट, जाट 5 फीसद, पंजाबी और मुस्लिम 6-6 परसेंट, वैश्य 5 प्रतिशत तथा पूर्वांचली करीब 15 परसेंट हैं.  


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