Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस के खिलाफ ऐसा क्या बोले KCR कि चुनाव आयोग ने भेज दिया नोटिस
Loksabha Election: चुनाव आयोग ने केसीआर को उनकी टिप्पणी पर नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा है. आयोग ने केसीआर से 18 अप्रैल की सुबह 11 बजे तक अपना रुख स्पष्ट करने के लिए कहा है.
2024 Loksabha Election: लोकसभा चुनाव में पहले चरण की वोटिंग के लिए अब 1 दिन का समय ही बचा है. इस दौरान नेता एक दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे हैं. इसी क्रम में तेलंगाना के पूर्व सीएम के. चंद्रशेखर राव को कांग्रेस के नेताओं पर टिप्पणी करना भारी पड़ गया. चुनाव आयोग ने केसीआर को नोटिस जारी कर 5 अप्रैल को कांग्रेस नेताओं के खिलाफ की गई उनकी कथित "अश्लील और अपमानजनक" टिप्पणियों के लिए स्पष्टीकरण मांगा है.
दरअसल, इस मामले में चुनाव आयोग ने प्रधान सचिव अविनाश कुमार ने कहा कि आयोग को बीते 6 अप्रैल को तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जी निरंजन से एक शिकायत मिली थी, जिसमें कहा गया था कि केसीआर ने उनके खिलाफ कुछ अभद्र, अपमानजनक और आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं.
केसीआर ने किया था अभद्र भाषा का इस्तेमाल
इस मामले को तत्काल संज्ञान में लेकर चुनाव आयोग ने 9 अप्रैल को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर रिपोर्ट मांगी. इसके बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने 10 अप्रैल को सिरिसिला जिला चुनाव अधिकारी की रिपोर्ट के साथ अपनी रिपोर्ट सौंपी. अविनाश कुमार ने बताया कि सीईओ की ओर से चुनाव आयोग को भेजी गई रिपोर्ट से पता चला है कि केसीआर ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था.
क्या है मामला?
दरअसल, चुनाव आयोग को भेजी गई रिपोर्ट में पूर्व सीएम केसीआर के हवाले से कांग्रेस नेताओं को धमकी देते हुए कहा गया, "यदि वे धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बोनस के रूप में 500 रुपये देने में विफल रहे तो वह उनका गला काट देंगे और उन्हें मार डालेंगे." चुनाव आयोग के अधिकारी ने बताया कि आचार संहिता के अनुसार, अन्य राजनीतिक दलों की आलोचना उनकी नीतियों और कार्यक्रम, पिछले रिकॉर्ड और काम तक ही सीमित होनी चाहिए और नेताओं को सार्वजनिक गतिविधियों से जुड़े निजी जीवन पर टिप्पणी करने से बचना चाहिए.
पहले भी EC दे चुका है चेतावनी
अविनाश कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग ने केसीआर को साल 2019 और 2023 के चुनावों सहित पहले भी कई बार चेतावनी दी थी. उन्होंने याद दिलाया कि "केसीआर न केवल बीआरएस के अध्यक्ष थे, बल्कि तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री भी थे और उनसे आदर्श आचार संहिता के नियमों और चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों और सलाह का पालन करने की उम्मीद की जाती है.
EC ने केसीआर से मांगा स्पष्टीकरण
चुनाव आयोग का कहना है कि शुरुआती जांच में बीते 5 अप्रैल को सिरिसिला में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करके केसीआर ने चुनाव आचार संहिता और चुनाव आयोग की सलाह और निर्देशों का उल्लंघन किया है. इसको लेकर प्रधान सचिव अविनाश कुमार ने आज सुबह 11 बजे से पहले बीआरएस अध्यक्ष से उनकी टिप्पणियों पर स्पष्टीकरण मांगा.
साथ ही कहा गया है कि अगर, तय समय सीमा के भीतर आपकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ भी नहीं कहना है और चुनाव आयोग आपसे कोई और संदर्भ लिए बिना मामले में उचित कार्रवाई या निर्णय लेगा.
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