Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले लोकनीति सीएसडीएस के सर्वे में हैरान करने वाली बातें सामने आई हैं. दो कार्यकाल पूरे कर चुकी मोदी सरकार लगातार तीसरी बार सत्ता में आ सकती है. हालांकि, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर लोग सरकार से नाराज हैं, लेकिन मतदान बीजेपी के पक्ष में ही करने की बात कह रहे हैं. यह सर्वे 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान से 3 सप्ताह पहले किया गया. ऐसे में कांग्रेस की अगुआई वाले विपक्ष के पास बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों को भुनाकर तस्वीर बदलने का मौका है.


सर्वे में सामने आया है कि प्रधानमंत्री के चेहरे के रूप में लोग पीएम मोदी को पसंद करते हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह राम मंदिर का निर्माण है. वहीं, बहुत कम लोग ऐसे हैं, जो राहुल गांधी को पीएम बनता देखना चाहते हैं.


एनडीए के पास 12 फीसदी की बढ़त

सर्वे में सामने आया है कि विपक्षी दलों के I.N.D.I.A. गठबंधन की तुलना में 12 फीसदी लोग एनडीए गठबंधन को वोट देना चाहते हैं. 2019 में बीजेपी ने उत्तर मध्य भारत और पश्चिम भारत के हिंदी भाषी राज्यों में बड़ी संख्या में सीटें जीती थी. हालांकि, दक्षिण भारत में कांग्रेस को ज्यादा सीटें मिली थीं. इस बार बीजेपी का प्रदर्शन और बेहतर हो सकता है. हिंदी भाषी राज्यों में अपनी पकड़ मजबूत रखने के साथ पार्टी ने दक्षिण भारत में भी अपना वोट बैंक तैयार किया है. कर्नाटक को छोड़कर अधिकतर दक्षिण भारतीय राज्यों में बीजेपी का वोट शेयर कांग्रेस से कम है, लेकिन पहले की तुलना में इसमें  काफी सुधार होने की उम्मीद है.


मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड

सर्वे में 50 फीसदी से ज्यादा लोगों ने सरकार के कामकाज को लेकर संतुष्टि जाहिर की. वहीं, 40 फीसदी लोग सरकार के कामकाज से असंतुष्ट दिखे. 2019 की तुलना में सरकार के कामकाज से संतुष्ट लोगों की संख्या में 8 फीसदी की गिरावट आई है. बेरोजगारी और महंगाई को लेकर सरकार से लोग नाखुश हैं और गरीब जनता में ऐसे लोगों की संख्या ज्यादा है.

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