Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव देखते ही देखते अब अपने आखिरी दौर में आ चुका है. देश में 6 फेज की वोटिंग हो चुकी है. 1 जून को 7वें फेज की बची हुई 57 सीटों पर वोटिंग होनी है और फिर 4 जून को नतीजे आएंगे. ऐसे में हर कोई ये जानने के लिए उत्सुक है कि ये चुनाव आखिर किस तरफ जा रहा है? नई सरकार की तस्वीर क्या बनती हुई नजर आ रही है? CSDS-लोकनीति के को-डायरेक्टर प्रोफेसर संजय कुमार ने ‘न्यूज तक’ से बातचीत में कई राज्यों के के नतीजों को लेकर अनुमान लगाया है.
उत्तर प्रदेश
लोकनीति CSDS के सह निदेशक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सीटों में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं होने की उम्मीद है. संजय कुमार ने कहा कि यदि यूपी में बीजेपी सीटे नहीं बढ़ा पाई और मायावती को भी सीटें नहीं मिली तो जाहिर सी बात है कि इंडिया अलायंस की सीटों पर बढ़ोतरी होगी. संजय कुमार ने कहा कि एक-एक सीटों का अनुमान वो नहीं लगा सकते, लेकिन बीजेपी जहां है वहीं रह सकती है.
बिहार
बिहार को लेकर संजय कुमार ने कहा बिहार का मामला बहुत हद तक स्पष्ट है. उन्होंने कहा कि एनडीए ने पिछली बार 40 से में 39 सीट जीत लिए थे तो इस बार आंकड़ा नीचे आने की पूरी उम्मीद है. उन्होंने कहा कि बीजेपी भले ही कुछ हद तक अपनी सीटें मेंटेन कर ले. लेकिन उनके सहयोगियों के लिए 2019 को रिपीट करना काफी मुश्किल है.
राजस्थान
राजस्थान को लेकर CSDS-लोकनीति के को-डायरेक्टर प्रोफेसर संजय कुमार ने कहा कि 2014 और 2019 में बीजेपी ने राजस्थान में 25 की 25 सीटें जीती थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाल ही विधानसभा चुनाव हारी है. लेकिन प्रदर्शन उतना बुरा नहीं रहा है. इसलिए बीजेपी के लिए इस बार राजस्थान में क्लीन स्वीप करना असंभव लग रहा है. उन्होंने कहा बीजेपी अब कितनी सीटें हारेगी इस के लिए चार जून का इंतजार ही करना चाहिए.
हरियाणा
हरियाणा को लेकर संजय कुमार ने कहा कि चर्चा तो है कि बीजेपी हरियाणा में सभी सीटें हार जाएगी या 6 सीटें हार जाएगी. लेकिन मुझे इतना बड़ा परिवर्तन नहीं लग रहा. उन्होंने कहा कि पिछली हरियाणा की सभी दस सीटें बीजेपी ने जीती थी. लेकिन इस बीजेपी सूबे में 2-4 सीटें हार सकती है.
दिल्ली
दिल्ली को लेकर CSDS-लोकनीति के को-डायरेक्टर ने कहा कि आंकड़ों के नजरिए से देखें तो दिल्ली में 2019 के हिसाब से कांग्रेस और ‘आप’ के वोटों को आप जोड़ भी दें तो भी सात की सात सीटों पर बीजेपी के वोट ज्यादा हैं. उन्होंने कहा कि अगर दो पार्टियां गठबंधन भी कर ले तो भी शत-प्रतिशत वोट ट्रांसफर नहीं होता है. उन्होंने कहा कि बीजेपी दिल्ली में इस बार भी मजबूत है और बीजेपी 1 या 2 सीटों से ज्यादा हारती हुई नहीं दिख रही है.
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र को लेकर संजय कुमार ने कहा कि यहां की स्थिति काफी उलझन वाली है. सूबे के वोटर्स सबसे ज्यादा कन्फयूज हैं. उन्होंने कहा कि इसका कारण यहां पर दो शिवसेना और दो एनसीपी का होना है. संजय ने कहा कि सहानभूति फैक्टर से शरद पवार औक उद्धव ठाकरे को फायदा मिल सकता है. लेकिन दूसरे धड़े के पास पार्टी का पुराना सिंबल है. जो उनके लिए फायदेमंद हो सकता है. संजय कुमार ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के सहयोगियों यानि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी का पलड़ा ही भारी नजर आ रहा है. उन्होंने कहा MVA यहां 25-26 सीटें जीत सकती है और NDA भी 19-20 सीटें जीत सकती है. यही फासला रहने वाला है.
कर्नाटक
कर्नाटक को लेकर CSDS-लोकनीति के को-डायरेक्टर ने कहा कि पिछली बार बीजेपी ने यहां 28 में से 25 सीटें जीती थी. लेकिन इस बार उन्हें नुकसान होना तय है. उन्होंने कहा कि इस बार बीजेपी यहां 25 सीटों पर ही चुनाव लड़ रही है और तीन सीटों पर उनके सहयोगी जेडीएस चुनाव लड़ रहे है. ऐसे में बीजेपी को यहां 6 से लेकर 10 सीटों का नुकसान हो सकता है. संजय कुमार के मुताबिक, अब वोटर काफी जागरूक हैं और उन्हें पता है कि उनका वोट कहां खराब हो रहा है.