Mamata Banerjee Attacks PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान लगाने घोषणा की. इसके बाद तो जैसे कांग्रेस ने उन पर एक के बाद एक निशाने साधने शुरू कर दिए हैं. बुधवार को कांग्रेस द्वारा चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपकर ये मांग की गई है कि इसे कार्यक्रम को या तो रद्द करा देना चाहिए या तो आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन को देखते हुए इसके प्रसारण पर ही प्रतिबंध लगा देना चाहिए.
पीएम के ध्यान लगाने वाली घोषणा के बाद टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने तल्ख प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनको कैमरे के सामने ध्यान क्यों लगाना है. वो एक पीएम के रूप में प्रचार नहीं कर सकते हैं. कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी के नेतृत्व में चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा. उसके बाद सिंघवी ने कहा, हमने चुनाव आयोग से ये बताया है कि चुनाव से 48 घंटे पहले जब प्रचार बंद हो जाता है, तो किसी भी रूप में प्रचार करने की अनुमति नहीं होती है.
मौन व्रत रखने से कोई परेशानी नहीं- सिंघवी
अभिषेक सिंघवी ने कहा, हमें किसी के मौन व्रत रखने से कोई समस्या नहीं, लेकिन चुनाव के 48 घंटे पहले किसी भी प्रकार का प्रचार नहींं होना चाहिए और उनके ध्यान की अवधि 30 मई की सुबह से 1 जून तक चलेगी. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा चुनाव आयोग के सामने दो प्वाइंट्स रखे गए हैं. पहला कि 1 जून के बाद वह चाहे जो करें और दूसरा कि यदि वह गुरुवार से इस ध्यान की शुरुआत करते हैं तो मीडिया कवरेज पर प्रतिबंध लगा दिया जाए.
ये आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है- ममता बनर्जी
इस मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जादवपुर निर्वाचन क्षेत्र के बरुईपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम पर जमकर निशाना साधा और कहा, क्या कोई कैमरे के सामने ध्यान करता है? वह लोगों को दिखाना चाहते हैं पीएम की ध्यान कर रहे हैं. ममता बनर्जी ने कहा कि मोदी का कहना है कि वह भगवान है… तो उनको ध्यान क्यों करना है. ममता ने कहा कि पीएम इस तरह का प्रचार नहीं कर सकते हैं. ये तो सीधा-सीधा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है, हम चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे.
यह भी पढ़े- Lok Sabha Elections 2024: पीएम मोदी के मेडिटेशन प्लान को लेकर चुनाव आयोग पहुंची कांग्रेस, कहा- ये तो...