Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में 7 चरण में मतदान होना है, लेकिन एक सीट ऐसी भी है, जहां 2 चरण में मतदान होगा. बाहरी मणिपुर सीट पर पहले और दूसरे दोनों चरण में वोटिंग होगी. यहां उम्मीदवारों के नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. बाहरी मणिपुर सीट से 4 प्रत्याशी मैदान में हैं. एनपीएफ और कांग्रेस के अलावा 2 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं. 2019 में यहां नागा पीपुल्स फ्रंट के उम्मीदवार लोहरो एस पिफोज की जीत हुई थी, लेकिन इस बार पार्टी ने कचुई तिमोथी जिमिक को टिकट दिया है.


पिछले साल मणिपुर में जमकर हिंसा हुई थी. इससे बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए. इसी वजह से यहां 2 चरण में मतदान कराए जा रहे हैं. दंगे से पीड़ित क्षेत्रों में लोगों के पास राहत शिविर से ही मतदान करने का विकल्प होगा. यहां 19 और 26 अप्रैल को मतदान होना है.


बाहरी मणिपुर का इतिहास

1951 में अस्तित्व में आई बाहरी मणिपुर सीट पर कुल 17 बार चुनाव हुए हैं. 9 बार कांग्रेस उम्मीदवार को जीत मिली है, जबकि सीपीआई, एनसीपी, एसपी और निर्दलीय उम्मीदवार भी यहां जीत हासिल करते रहे हैं. 2014 में यहां कांग्रेस उम्मीदवार थांगसो बाइते की जीत हुई थी और 2019 में एनपीएफ को जीत मिली, लेकिन 2023 दंगों का असर मतदान में दिखना तय है. स्थानीय नेताओं का मानना है कि मणिपुर में मतदाता बड़ी संख्या में नोटा का बटन दबा सकते हैं.


मणिपुर के समीकरण

मणिपुर में 20 लाख से ज्यादा मतदाता हैं, इनमें 9,79,678 पुरुष मतदाता हैं और 10,46,706 महिलाएं हैं. राज्य में कुल 2,955 मतदाता केंद्र हैं. यहां दंगों के चलते पिछले एक साल में 200 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. वहीं, 60, 000 से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं. इसका असर चुनाव पर पड़ना तय है. मेइती और कुकी समुदाय के बीच हिंसक संघर्ष के बाद मणिपुर के हालात तेजी से बदले हैं. हिंसा के बाद अब चीजें सामान्य हुई हैं, लेकिन सेना और पुलिस बल चप्पे-चप्पे पर मौजूद है. इस वजह से चुनाव की चहल पहल भी यहां दिखाई नहीं दे रही है.

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