Lok Sabha Election 2024: किस्सा एक वोटर का, जिसके लिए चुनाव आयोग करता है चार दिन का सफर
Lok Sabha Elections 2024: चुनाव आयोग ने एक किस्सा शेयर किया है, जिसमे साइलेंट हीरोज की टीम ने सिर्फ एक वोटर के लिए 300 मील का लंबा सफर तय किया था, पढ़िए किस्सा एक वोट और उसके पीछे की मेहनत का.
One Voter, 300 Miles and 4 Days: भारत निर्वाचन आयोग ने देश में 18वीं लोकसभा चुनाव की घोषणा कर दी है, जिसके तहत देशभर में सात चरणों में चुनाव कराए जाएंगे. पहले चरण की 102 लोकसभा सीटों के लिए वोटिंग (19 अप्रैल 2024) को होगी. हम अक्सर वोट वाले दिन सोचते है कि वोट के लिए न जाकर घर पे आराम करें, लेकिन शायद आप भारत निर्वाचन आयोग के शेयर किए इस किस्से के बारे में जानने के बाद फिर ऐसा नहीं बोलेंगे.
चुनाव आयोग हर चुनाव कै दौरान लक्ष्य तय करता है कि एक भी वोट छूट ना जाए. यह बात साल 2019 लोकसभा चुनाव की है, जब चुनाव आयोग के ''साइलेंट हीरोज" ने केवल एक वोटर के लिए चार दिन में 300 मील यानी कि लगभग 483 किलोमीटर का सफर तय कर पोलिंग बूथ बनाया था. पढ़िए चुनाव आयोग के साइलेंट हीरोज की ये असल कहानी:
एक मतदाता के लिए मतदान केंद्र
चुनाव आयोग के साइलेंट हीरोज ने साल 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश के अन्जाव जिले में स्थित 'मलोगम' में सिर्फ एक मतदाता 'सोकेला तयांग' के लिए पोलिंग बूथ का निर्माण किया था. अरुणाचल प्रदेश अपने दुर्गम पहाड़ों और चट्टानों से घिरे होने के कारण चढ़ाई में और मुश्किलें पैदा करता है, खासकर तब जब मौसम विपरीत हो और चढ़ाई 300 मील की करनी हो.
483 किलोमीटर और चार दिन का सफर
चुनाव आयोग के निर्वाचन अधिकारियों की टीम को अरुणाचल प्रदेश के 'मलोगम पोलिंग बूथ' तक पहुंचने के लिए 300 मील यानी 483 किलोमीटर का लंबा और कठिन सफर पूरा करने में 4 दिन का वक्त लगा था.
"सोकेला तयांग के ऊपर निर्भर था वोटिंग परसेंटेज"
चुनाव आयोग के साइलेंट हीरो और उस बहादुर निर्वाचन टीम के सदस्य रूपक तमंग कहते हैं कि, "हम उत्साहित भी थे और घबराए हुए भी, अगर 'सोकेला' वोट देने आती हैं तो मत प्रतिशत 100 फीसदी होगा वर्ना 0 फीसदी. अब ये सोकेला तयांग पर निर्भर करता था की वो वोट देने आती हैं या नहीं. उनका आना हमारे लिए बहुत जरुरी था".
'सोकेला' ने नहीं किया निराश
मलोगम की 39 वर्षीया सोकेला तयांग ने भी 300 मील और 4 दिन का सफर तय कर आए निर्वाचन अधिकारियों को दुखी नहीं किया. उन्होंने, अपने मताधिकार का इस्तेमाल करके वोट डाला था और उस पोलिंग बूथ का मत प्रतिशत 100 फीसदी रिकॉर्ड हुआ था. 'सोकेला' ने साथ ही साथ चुनाव आयोग की टीम के जज्बे और कार्य के प्रति लगन को भी काफी सराहा था. एबीपी न्यूज़ भी निर्वाचन अधिकारी और सोकेला तयांग के जज्बे की तारीफ करता है. ऐसे ही और दिलचस्प और रोचक किस्सों के लिए जुड़े रहिए सिर्फ ABP Live के साथ.
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