Lok Sabha Elections 2024: पूर्व कांग्रेस नेता रोहन गुप्ता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं. रोहन ने कुछ समय पहले ही कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया था. उन्होंने कहा था कि पार्टी के एक वरिष्ठ नेता उन्हें लगातार अपमानित कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने सनातन धर्म के अपमान पर दुख जाहिर किया था. रोहन गुप्ता के अलावा कांग्रेस प्रवक्ता के रूप में पहचान बनाने वाले गौरव वल्लभ भी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. गौरव ने भी सनातन के अपमान की बात कहकर कांग्रेस छोड़ी थी और कुछ घंटे बाद ही बीजेपी में शामिल हो गए थे.


रोहन गुप्ता को अहमदाबाद पूर्व लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार बनाया गया था, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया और कुछ समय बाद ही पार्टी छोड़ दी. रोहन ने कहा था कि उनके पिता की तबीयत ठीक नहीं है. इस वजह से वह चुनाव नहीं लड़ सकते हैं. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा था कि कांग्रेस की संचार इकाइ के एक सीनियर नेता की वजह से उन्हें पार्टी छोड़नी पड़ रही है.


मोदी जी का सपना पूरा करूंगा


बीजेपी में शामिल होने के बाद रोहन गुप्ता ने कहा "मोदी जी का जो सपना है, उसमे बिना किसी अपेक्षा के जो भी काम दिया जायेगा उसे दिल से करूंगा. पिछले 15 साल से कम कर रहा था. कभी कोई अपेक्षा नहीं की, लेकिन जब ये लगने लगा कि कांग्रेस सनातन और देशभक्ति के मामले में पार्टी लेफ्टिस्ट होती चली गई तो ठीक नही लगा. सनातन पर सवाल किए गए तो हमे कहा गया कि आप चुप रहिए. मैं पंजाब चुनाव में इंचार्ज था. हमने आम आदमी पार्टी पर खालिस्तानी होने का आक्षेप लगाया था. आज वो उनके साथ खड़े हैं. राजनीति में इतना विरोधाभास नही हो सकता है.


2 साल झेला अपमान

कांग्रेस से इस्तीफा देते समय रोहन ने कहा था कि वह दो साल से अपमान झेल रहे हैं. उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया था, लेकिन कहा था कि पार्टी का एक वरिष्ठ नेता लगातार उन्हें अपमानित कर रहा है और वह आगे भी ऐसा करता रहेगा. कोई भी उसे ऐसा करने से नहीं रोक सकता है. उन्होंने यह भी कहा था इसी नेता ने अपने घमंडी व्यवहार से पार्टी को भी नुकसान पहुंचाया है. इस नेता की कट्टवादी वामपंथी विचारधारा के चलते पार्टी सनातन धर्म की बेइज्जती पर भी चुप रही. इससे उन्हें निजी तौर पर काफी दुख हुआ.


रोहन के इस्तीफे पर कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा था कि वह स्क्रिप्ट के हिसाब से बोल रहे हैं और उसी लिहाज से व्यवहार कर रहे हैं. वह कांग्रेस पार्टी में एक बोझ की तरह थे.

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