Election Commission Of India: चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा से कुछ दिन पहले शनिवार (09 मार्च) को पद से इस्तीफा दे दिया. उनका कार्यकाल पांच दिसंबर 2027 तक था और मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार के सेवानिवृत्त होने के बाद हो सकता है कि वह अगले साल फरवरी में सीईसी का पदभार संभालते.


कानून मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, गोयल का इस्तीफा शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार कर लिया जो आज से ही प्रभावी हो गया. हालांकि, तत्काल यह पता नहीं चला पाया है कि गोयल ने इस्तीफा क्यों दिया? सेवानिवृत्त नौकरशाह गोयल पंजाब कैडर के 1985-बैच के आईएएस अधिकारी थे. वह नवंबर 2022 में निर्वाचन आयोग में शामिल हुए थे. फरवरी में अनूप पांडे की सेवानिवृत्ति और गोयल के इस्तीफे के बाद, तीन सदस्यीय निर्वाचन आयोग में अब केवल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार हैं.


कौन-कौन रह चुका इलेक्शन कमिश्नर


पूर्व इलेक्शन कमिश्नर की अगर बात की जाए तो अब तक कुल 6 लोग रह चुके हैं जिसमें वीएस सीगेल 1989 से 1990 तक, एसएस धनोआ 1989 से 1990, जीवीजी कृष्णमूर्ति 1993 से 1999 तक, अशोक लवासा 2018 से 2020 तक, अनूप चंद्र पांडेय 2021 से 2024 तक और अरुण गोयल 2022 से 2024 तक शामिल हैं.


चीफ इलेक्शन कमिश्नर के बारे में


वहीं, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त की बात करें तो सुकुमार सेन 1950 से 1958 तक, केवीके सुंदरम 1958 से 1967, एसपी सेन वर्मा 1967 से 1972, डॉ. नागेंद्र सिंह 1972 से 1973 तक, टी स्वामीनाथन 1973 से 1977 तक, एसएल शकधर 1977 से 1982 तक, आरके त्रिवेदी 1982 से 1985 तक, आरवीएस पेरी शास्त्री 1986 से 1990 तक, वीएस रामादेवी 1990 से 1990 तक, टीएन सेशान 1990 से 1996 तक, एमएस गिल 1996 से 2001 तक, जेएम लिंगडेह 2001.2004 तक, टीएस कृष्णा मूर्ति 2004 से 2005 तक, बीबी टंडन 2005 से 2006 तक, एन गोपालस्वामी 2006 से 2009 तक, नवीन वी चावला 2009 से 2010 तक, एसवाई सिद्दिकी 2010 से 2012 तक, वीएस संपत 2012 से 2015 तक, एचएस ब्रह्मा 2015 से 2015 तक, नसीम जैदी 2015 से 2017 तक, एके जोति 2017 से 2018 तक, ओपी रावत 2018 में, सनील अरोरा 2018 से 2021 तक और सुशील चंद्र 2021 से 2022 तक.


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