Lok Sabha Elections 2024: वाराणसी में केजरीवाल-मुख्तार सब हारे, बीजेपी-कांग्रेस दोनों को 7 बार मिली है जीत
Lok Sabha Elections 2024: वाराणसी लोकसभा सीट 2014 से केंद्र की राजनीति का गढ़ बनी हुई है. यहां से पीएम मोदी लगातार 2 बार चुनाव जीत चुके हैं.
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में एक बार फिर वाराणसी सबसे अहम सीट बनी हुई है. साल 2014 में बीजेपी उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने इस सीट से चुनाव लड़ा था. इसके बाद से इस सीट का राजनीतिक महत्व बढ़ गया है. वह लगातार 2 बार यहां से बड़े अंतर के साथ चुनाव जीत चुके हैं और अब हैट्रिक लगाने के लिए तैयार हैं. इस सीट पर अरविंद केजरीवाल से लेकर मुख्तार अंसारी और कांग्रेस के अजय राय तक कई उम्मीदवार अपनी किस्मत जमा चुके हैं, लेकिन कोई भी नरेंद्र मोदी को हराने में सफल नहीं हुआ. इस बार भी पीएम मोदी की जीत तय मानी जा रही है.
वाराणसी में कुर्मी समाज के मतदाता सबसे ज्यादा हैं. ब्राम्हण और भूमिहार मतदाता संख्या के लिहाज से दूसरे नंबर पर हैं. वैश्य, यादव और मुस्लिम मतदाता भी यहां किंगमेकर की भूमिका में रहते हैं. गैर यादव ओबीसी वोटर 3 लाख से ज्यादा हैं. कुर्मी मतदाता 2 लाख से ज्यादा हैं. वैश्य वोटर 2 लाख, भूमिहार वोटर 1.5 लाख हैं. यादव और अनुसूचित जातियों के मतदाताओं की संख्या 1 लाख के करीब है.
पीएम मोदी हैं सबसे दमदार उम्मीदवार
पीएम मोदी इस सीट से सबसे मजबूत उम्मीदवार हैं. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस यहां गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं. I.N.D.I.A. गठबंधन ने अब तक इस सीट पर उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है, लेकिन चर्चा है कि कांग्रेस के अजय राय इस सीट से एक बार फिर चुनाव लड़ सकते हैं. 2014 और 2019 में वह इसी सीट से चुनाव हार चुके हैं. 2014 में अरविंद केजरीवाल और 2009 में मुख्तार अंसारी को भी इस सीट से हार झेलनी पड़ी थी. यहां से कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों ने 7-7 बार जीत हासिल की है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के आने के बाद अधिकतर मौकों पर इस सीट में कमल ही खिला है. जनता दल, सीपीएम और भारतीय लोकदल को एक-एक बार जीत मिली है. समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को अब तक इस सीज पर जीत नहीं मिली है.
2004 में कांग्रेस को मिली थी जीत
2004 में कांग्रेस के राजेश मिश्रा ने इस सीट पर जीत हासिल कर सभी को हैरान कर दिया था. इसी वजह से 2009 में बीजेपी ने इस सीट पर दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी को टिकट दिया और वह भी 30,000 वोट के अंतर से ही जीते थे. इससे पहले इस सीट पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी, अनिल शास्त्री, रघुनाथ सिंह भी सांसद बन चुके हैं. वाराणसी लोकसभा सीट में 5 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. इनमें वाराणसी उत्तरी, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी कैंट, रोहनिया और सेवापुरी सीट शामिल है.
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