Lok Sabha Elections 2024: पंजाब में उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रवासी कर सकते हैं बड़ा खेल, जानें कैसे हैं गेम चेंजर
Lok Sabha Elections 2024: विधानसभा चुनाव 2017 के आंकड़ों से पता चलता है की पंजाब में लगभग 27 लाख प्रवासी वोटर मौजूद हैं. इन वोटर्स का 2024 के लोकसभा चुनाव पर क्या प्रभाव पड़ेगा, समझिए
Punjab Lok Sabha Elections 2024: देशभर में 18वीं लोकसभा के लिए प्रथम चरण की वोटिंग कराई जा चुकी है. भारत निर्वाचन आयोग दूसरे चरण की वोटिंग 26 अप्रैल 2024 को कराएगा. चुनाव परिणाम 4 जून 2024 को सामने आएंगे. इसी बीच पंजाब लोकसभा चुनाव में प्रवासी मजदूरों कितना प्रभाव डालेंगे, यहां हम ये समझने की कोशिश करेंगे. पंजाब एक कृषि आधारित राज्य है. यहां खेती में कटाई-बुबाई करने हेतु ज्यादा लोगों की जरूरत होती है. साल 1970 में हरित क्रांति की शुरुआत में उत्तरप्रदेश और बिहार जैसे राज्यों से भारी मात्रा में मजदूर पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों की ओर पलायन करने लगे.
पंजाब के शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी की प्रवासी विंग के द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में प्रवासियों की अनुमानित संख्या लगभग 39 लाख थी, जो पिछले कुछ सालों में बढ़कर 43 लाख हो गई है. 2020 में कोरोना लॉकडाउन के समय पंजाब सरकार के पास लगभग 18 लाख प्रवासी मजदूरों ने अपनी घर वापसी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें से लगभग 10 लाख मजदूर उत्तर प्रदेश और 6 लाख मजदूर बिहार से थे बाकी बचे मजदूर देश के अन्य राज्यों से थे.
राजनीतिक में रखते है अच्छा-खासा प्रभाव
साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के आंकड़े बताते हैं कि पंजाब में लगभग 27 लाख प्रवासी वोटर मौजूद थे, जो पूरे पंजाब में बिखरा हुआ है. सबसे अधिक वोटर पंजाब के साहनेवाल विधानसभा क्षेत्र में हैं, जहां इनकी आबादी 50,000 से ज्यादा है. फगवाड़ा, होशियारपुर, भटिंडा, जालंधर, अमृतसर, लुधियाना और फतेहगढ़ साहिब जैसे जिलों में भी प्रवासी वोटर बड़ी संख्या में मौजूद हैं. 2017 में पंजाब के लुधियाना जिले की 5 विधानसभा सीटें ऐसी थीं, जहां प्रवासी मतदाताओं का दबदबा था, जिनमें से तीन कांग्रेस ने जीती थीं, जबकि एक सीट लोक इंसाफ पार्टी और एक सीट पर शिरोमणी अकाली दल ने जीत दर्ज की थी.