लोकसभा चुनाव के लिए 7 चरणों की वोटिंग आज यानी शनिवार शाम (1 जून 2024) को पूरी हो जाएगी. वोटिंग खत्म होने के बाद एग्जिट पोल सामने आएंगे. पीएम मोदी के नेतृत्व में NDA ने लगातार तीसरी बार सत्ता में आने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया तो वहीं 'INDIA' गठबंधन बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए पूरी दमखम से चुनाव लड़ा.
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान 16 मार्च को किया था. पिछले चुनाव की तरह इस बार भी 7 चरणों में चुनाव हुआ. पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को वोटिंग हुई थी. इस चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर मतदान हुआ. दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल को 13 राज्यों की 88 सीटों पर मतदान हुआ. मध्य प्रदेश के बैतूल में चुनाव की तारीख बदलकर 7 मई कर दी गई.
7 मई को 12 राज्यों की 93 सीटों पर वोटिंग हुई. गुजरात के सूरत में बीजेपी प्रत्याशी को निर्विरोध चुन लिया गया. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी सीट पर मतदान तीसरे चरण के बजाय 25 मई को मतदान हुआ. चौथे चरण के लिए 13 मई को 10 राज्यों की 96 सीटों पर मतदान हुआ. पांचवें चरण में 20 मई को 8 राज्यों की 49 सीटों, छठे चरण में 25 मई को 7 राज्यों की 58 सीटों और 7वें चरण में 1 जून को 8 राज्यों की 57 सीटों पर मतदान जारी है.
2019 में कैसे थे नतीजे?
- 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 303 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. जबकि NDA को 351 सीटें मिली थीं, जबकि UPA 90 पर सिमट गई थी. कांग्रेस को इस चुनाव में 52 सीटें हासिल हुई थीं.
पार्टी | 2019 में सीटें | वोट% |
बीजेपी | 303 | 37.30% |
कांग्रेस | 52 | 19.46% |
टीएमसी | 22 | 4.06% |
बसपा | 10 | 3.62% |
सपा | 5 | 2.55% |
वाईएसआर कांग्रेस | 22 | 2.53% |
डीएमके | 24 | 2.34% |
शिवसेना | 18 | 2.04% |
जदयू | 16 | 1.45% |
क्या होते हैं एग्जिट पोल?
18वीं लोकसभा चुनाव का आखिरी चरण 1 जून को है. 1 जून को वोटिंग खत्म होने के बाद एग्जिट पोल जारी किए जाएंगे. एग्जिट पोल वोटिंग के बाद और चुनाव नतीजों से पहले जारी किए जाते हैं. एग्जिट पोल के जरिए मतदान करके निकले वोटरों से सवाल पूछकर ये समझने की कोशिश की जाती है कि उन्होंने किस पार्टी या उम्मीदवार को वोट किया. इसके आधार पर एग्जिट पोल तैयार होता है. एग्जिट पोल से चुनाव परिणामों का अनुमान लगाया जाता है. भारत में कोई सरकारी एजेंसी एग्जिट पोल नहीं कराती, लेकिन कई निजी एजेंसियां हैं जो एग्जिट पोल कराती हैं. कई बार एजेंसियां जनता का मूड टटोलने में कामयाब रहती हैं और एग्जिट पोल सही साबित होते हैं. हालांकि, कई बार ये अनुमान गलत भी साबित होते हैं.