गोरखपुरः बसपा ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर 16 उम्‍मीदवारों की लिस्‍ट जारी कर दी है. इसमें गोरखपुर-बस्‍ती मंडल की छह सीटों पर भी संशय खत्‍म हो गया है. बांसगांव, देवरिया, सलेमपुर, बस्‍ती, डुमरियागंज और संतकबीरनगर सीट पर उम्‍मीदवारों की घोषणा हो गई है. गोरखपुर-बस्‍ती मंडल की कुल नौ लोकसभा सीटों में तीन सपा के खाते में गई थी. इसमें गोरखपुर और कुशीनगर से उम्‍मीदवार की घोषणा हो चुकी है. महराजगंज सीट पर अब भी पार्टी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं.


चौथी लिस्‍ट में गोरखपुर-बस्‍ती मंडल के छह उम्‍मीदवारों के नाम भी घोषित कर दिए गए हैं. बांसगांव से पूर्व मंत्री सदल प्रसाद को उम्‍मीदवार बनाया गया है. उनकी सीधी टक्‍कर बीजेपी प्रत्‍याशी और दो बार से लगातार सांसद कमलेश पासवान से होगी. माना जा रहा है कि सदल प्रसाद भी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं. क्‍योंकि बांसगांव सुरक्षित सीट पर एससी वोटरों संख्‍या अधिक है.


देवरिया से विनोद कुमार जायसवाल को बसपा ने उम्‍मीदवार बनाया है. वे पूर्व सांसद रहे गोरख जायसवाल के दामाद हैं. वे पहली बार बसपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतर रहे हैं. सलेमपुर सीट पर बसपा ने प्रदेश अध्‍यक्ष आरएस कुशवाहा को उम्‍मीदवार बनाया है. वे पहली बार यहां से चुनाव लड़ रहे हैं. बस्‍ती से राम प्रसाद चौधरी को टिकट मिला है. वे पूर्व सांसद और विधायक रहे हैं. डुमरियागंज से बसपा ने आफताब आलम को टिकट दिया है. वे डुमरियागंज के प्रभारी बनाए गए थे. उन्‍होंने पिछला विधानसभा चुनाव गोरखपुर की पिपराइच सीट से लड़ा था, लेकिन हार गए थे.


संतकबीरनगर से बसपा ने पूर्व सांसद भीष्‍म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी को टिकट दिया है. वे पूर्व काबीना मंत्री रहे हरिशंकर तिवारी के पुत्र हैं. उन्‍होंने साल 2008 में भालचंद यादव को बसपा ने निकाले जाने के बाद हुए उप-चुनाव में जीत हासिल की थी. उसके बाद साल 2009 में भी वे जीतकर सांसद बने. साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में वे सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे. साल 2004 के पहले हुए लोकसभा चुनाव में उन्‍होंने भाजपा के टिकट पर बलरामपुर से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था.


गोरखपुर सीट पर गठबंधन ने सपा से रामभुआल निषाद को उम्‍मीदवार बनाया है. वहीं कुशीनगर से सपा ने न‍थुनी कुशवाहा को टिकट दिया है. इसके अलावा सपा ने महराजगंज सीट पर अभी उम्‍मीदवार की घोषणा नहीं की है.