2 बजे तक के रुझान: BJP ने रिकॉर्ड 301 सीटों पर बढ़त बनाई, कांग्रेस 50 सीटों पर आगे
Lok Sabha Elections Results: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) मोदी लहर की बदौलत 301 सीटों पर आगे है. अगर मौजूदा रुझान अंतिम परिणामों में परिवर्तित हुए तो बीजेपी की यह ऐतिहासिक जीत होगी.
नई दिल्ली: एक बार फिर मोदी लहर के आगे विपक्षी पार्टियां धाराशाई होती नजर आ रही हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने दम पर पूर्ण बहुमत ही नहीं बल्कि अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं. दोपहर दो बजे तक के आंकड़ों को देखें तो बीजेपी 301 सीटों पर आगे चल रही है. बीजेपी के सहयोगियों को मिला दिया जाए तो 352 सीटों पर एनडीए आगे है. वहीं कांग्रेस 50 सीटों पर आगे हैं. उसके सहयोगियों को मिला दिया जाए तो 86 सीटों पर आगे है.
क्षेत्रीय दलों की बात करें तो तमिलनाडु में डीएमके 23 और आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस 23 सीटों पर आगे है. पश्चिम बंगाल में टीएमसी 22 सीटों पर आगे है. उत्तर प्रदेश की बात करें तो बीएसपी 11 और समाजवादी पार्टी छह सीटों पर आगे है. टीआरएस 9 और एनसीपी 5 सीटों पर आगे है.
अगर मौजूदा रुझान अंतिम परिणामों में परिवर्तित हुए तो बीजेपी 2014 के अपने प्रदर्शन में सुधार कर ज्यादा सीटें जीतती दिख रही है. 2014 में बीजेपी ने लोकसभा की 543 सीटों में से 282 सीटें जीती थीं. बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 2014 की 336 सीटों के मुकाबले 3352 सीटों पर काबिज होता दिख रहा है.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी. सुषमा ने ट्वीट किया, ‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी - भारतीय जनता पार्टी को इतनी बड़ी विजय दिलाने के लिए आपका बहुत बहुत अभिनन्दन . मैं देशवासियों के प्रति हृदय से कृतज्ञता व्यक्त करती हूं.’’
मतगणना के रुझानों के आधार पर चुनाव परिणामों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता, उनकी सरकार के पिछले पांच साल के कार्यों और चुनाव प्रचार अभियान का नतीजा माना जा रहा है. चुनाव प्रचार राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रवाद के इर्द-गिर्द रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार कांग्रेस पार्टी की वंशानुगत विरासत पर निशाना साधा. विपक्ष ने बीजेपी पर ध्रुवीकरण और बांटने वाली राजनीति के आरोप लगाते हुए हमला बोला.
मतगणना के रुझानों के अनुसार, मोदी लहर के साथ-साथ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की चुनावी रणनीति ने भौगोलिक और जातीय, उम्र, लिंग जैसे समीकरणों को मात देते हुए उनका सफाया किया है. गुजरात की गांधीनगर सीट से अमित शाह 3,81482 मतों से आगे चल रहे हैं. मोदी के गृहराज्य में बीजेपी 2014 के अपने प्रदर्शन को दोहराती हुई दिख रही है जब उसने सभी 26 सीटें जीती थी.
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मोदी लहर ने हिंदी पट्टी और गुजरात में ही परचम नहीं लहराया है बल्कि पश्चिम बंगाल, ओडिशा, महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी पार्टी को शानदार बढ़त दिलाई है. सिर्फ केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश ही अछूते दिखाई दिये हैं. यहां तक की तेलंगाना में भी बीजेपी चार सीटों पर बढ़त बनाये हुए हैं. यही स्थिति तेलंगाना राष्ट्र समिति की है.
मतगणना के रुझानों के अनुसार, हिंदी भाषी राज्यों में भी बीजेपी ने चौंकाया है. इनमें वे राज्य भी शामिल हैं जिनमें कांग्रेस ने हाल ही में विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी.
मध्य प्रदेश में बीजेपी 29 में से 28 लोकसभा सीटों पर आगे चल रही है. राजस्थान में बीजेपी नीत राजग सभी 25 सीटों पर बढ़त बनाये हुए है. छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी 10 सीटों पर आगे है, जबकि कांग्रेस एक सीट पर बढ़त बनाये हुए है. हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से बीजेपी नौ पर आगे है.
ओडिशा की 21 लोकसभा सीटों में से बीजेपी छह सीटों पर जबकि बीजू जनता दल 15 सीटों पर बढ़त बनाये हुए है. 2014 में बीजद ने 20 सीटें जीती थीं जबकि बीजेपी ने एक पर जीत दर्ज की थी. बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से बीजेपी 16, जनता दल (यू) 16 सीट, लोजपा छह सीटों पर आगे चल रही है. राजद एक सीट पर और कांग्रेस एक सीट पर बढ़त बनाए हुए है.
झारखंड में बीजेपी 10 सीटों पर जबकि उसकी सहयोगी पार्टी आजसू एक और कांग्रेस तीन सीटों पर आगे चल रही है. दिल्ली में बीजेपी सभी सातों लोकसभा सीटों पर आगे चल रही है. पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 24 पर तृणमूल कांग्रेस बढ़त बनाये हुए है जबकि बीजेपी 17 पर आगे है. राज्य में वाम का सूपड़ा साफ हो गया है.
तमिलनाडु में डीएमके 20 सीटों पर आगे है जबकि एआईडीएमके केवल दो सीटों पर बढ़त बनाये हुए है. केरल की 20 लोकसभा सीटों में से यूडीएफ 18 सीटों पर आगे है. मतगणना के रूझानों में बढ़त के साथ-साथ देशभर में बीजेपी के दफ्तरों पर उत्सव का माहौल हो गया. ढोल-नगाड़ों के साथ नाचते-गाते कार्यकर्ताओं ने अपनी खुशी का इजहार शुरू कर दिया है. वर्ष 2014 में बीजेपी ने 282 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि कांग्रेस अपने सबसे न्यूनतम आंकड़े 44 सीटों पर सिमट गयी थी. कांग्रेस ने 2009 में 206 सीटें जीती थी.
आयोग ने देश में 4000 से अधिक मतगणना केन्द्र बनाये हैं. मतगणना केन्द्रों से प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी ऑनलाइन सिस्टम के जरिये मतगणना के रुझानों को अपडेट करेंगे. इस बीच चुनाव आयोग ने चुनाव परिणाम घोषित होने में देर होने की आशंका से बचने के लिये इस बार डाक मतपत्रों और ईवीएम के मतों की गिनती एक साथ कराने का फैसला किया है.