भोपालः RSS दफ्तर से कमलनाथ ने हटाई सुरक्षा, दिग्विजय सिंह बोले- हटाना उचित नहीं, दोबारा बहाल करें
सुरक्षा क्यों हटाई गई है इस पर अभी तक कोई भी बयान नहीं आया है. हालांकि राज्य सरकार के इस कदम के बाद बीजेपी ने कमलनाथ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
भोपालः मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के कार्यालय से सुरक्षा हटाने के बाद कांग्रेस के अंदर ही खींचतान दिखाई देने लगी है. कल रात राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरएसएस कार्यालय की सुरक्षा हटा ली थी. जिसके बाद दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री पर सवाल उठाए. दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर संघ कार्यालय की सुरक्षा बहाल करने की अपील की है.
दिग्विजय ने कहा, ''भोपाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यालय से सुरक्षा हटाना बिल्कुल उचित नहीं है, मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ जी से अनुरोध करता हूं कि तत्काल पुन: पर्याप्त सुरक्षा देने के आदेश दें.'' दिग्विजय सिंह भोपाल लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में हैं.
भोपाल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कार्यालय से सुरक्षा हटाना बिल्कुल उचित नहीं है मैं मुख्य मंत्री कमल नाथ जी से अनुरोध करता हूँ कि तत्काल पुन: पर्याप्त सुरक्षा देने के आदेश दें।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) 2 April 2019
वहीं मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सुरक्षा हटाये जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया है कि ''भोपाल स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय से सुरक्षा का हटाया जाना कमलनाथ का बेहद ही निंदनीय कदम है. कांग्रेस की ओर से शायद फिर किसी हमले की योजना बनाई गई है, अगर किसी स्वयंसेवक को खरोंच भी आई तो कांग्रेस सरकार की ईंट से ईंट बजा दी जाएगी.''
भोपाल स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय से सुरक्षा का हटाया जाना @OfficeOfKNath का बेहद ही निंदनीय कदम है। @INCMP द्वारा शायद फिर किसी हमले की योजना बनाई गई है। अगर किसी स्वयंसेवक को खरोंच भी आई तो कांग्रेस सरकार की ईंट से ईंट बजा दी जाएगी। @BJP4India @BJP4MP
— Chowkidar Gopal Bhargava (Leader of Opposition) (@bhargav_gopal) April 1, 2019
दरअसल, सोमवार रात कमलनाथ सरकार ने आरएसएस ऑफिस से सुरक्षा हटाने का आदेश जारी किया था. आरएसएस का यह दफ्तर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का केंद्र है. आरएसएस की मध्य प्रांत की महत्वपूर्ण बैठकें यहां होती हैं. संघ से जुड़े तमाम महत्वपूर्ण लोग इस कार्यालय में पहुंचते हैं. इस कार्यालय में बीजेपी के कई बड़े नेताओं का आना-जाना लगा रहता है.