मेरठ: आगामी आम चुनाव को देखते हुए कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने के लिये पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा, ज्योतिरादित्य सिंधिया और नवजोत सिंह सिद्धू जैसे कांग्रेस के स्टार प्रचारक अप्रैल के पहले सप्ताह में पश्चिम उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे. कांग्रेस के पश्चिम उत्तर प्रदेश क्षेत्र के सह प्रभारी राघव सिंगला ने रविवार को यह जानकारी दी.
राघव सिंगला ने पीटीआई-भाषा को बताया कि आठ अप्रैल को सहारनपुर के कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे. इसमें पार्टी के पश्चिम उत्तर प्रदेश प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद होंगे.
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उन्होंने बताया, ‘‘मेरठ-हापुड़, बिजनौर, गाजियाबाद, मुरादाबाद, फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर इनकी जनसभा और रोडशो की तैयारी की जा रही है. एक-दो दिन में तारीख घोषित कर दी जाएगी.’’
पश्चिम उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के चुनाव अभियान का जिम्मा संभाल रहे राघव सिंगला ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को हल्के में लेना ठीक नहीं है क्योंकि राजनीति में माहौल बदलता रहता है. आज प्रदेश की जनता एक बार फिर से कांग्रेस की तरफ आशा से देख रही है.’’
सिंगला ने दावा किया कि कांग्रेस पश्चिम उत्तर प्रदेश की 28 में से कम से कम 12 सीटों पर जीत दर्ज करने जा रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस उत्तर प्रदेश में खुद को मजबूत करने के लिए नुक्कड़ सभा, मोहल्ला सभा, चौपाल और रोड शो के जरिए जनता से जुड़ेगी.पार्टी की रणनीति बड़ी सभाओं के बजाय छोटे कार्यक्रम कर पुख्ता तरीके से अपनी बात जनता के बीच रखने की है. रोड शो का रूट ऐसा रखा जाएगा ताकि एक लोकसभा क्षेत्र का ज्यादा से ज्यादा हिस्सा कवर हो जाए.’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेरठ रैली पर प्रतिक्रिया देते हुए सिंगला ने कहा, ‘‘मोदी ने देश के गरीबों का मजाक उड़ाया है. उन्हें देश के गरीबों से माफी मांगनी चाहिए.’’
उन्होंने दावा किया कि चार फरवरी 2017 को प्रधानमंत्री मोदी जब मेरठ आए थे, तब उन्होंने गन्ना किसानों को 14 दिन में भुगतान का वादा किया था. लेकिन, आज भी देशभर में गन्ना किसानों के 20,000 करोड़ रुपये बकाया है, जिसमें से 10,074 करोड़ रुपये बकाया अकेले उत्तर प्रदेश से है.
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव चौधरी यशपालसिंह के मुताबिक, पहले कांग्रेस की 13 रैलियां उत्तर प्रदेश में रखी गई थीं. पहली रैली पश्चिम उत्तर प्रदेश के हापुड़ में होनी थी, लेकिन फिलहाल प्रचार के तरीके में बदलाव कर दिया गया है.