Loksabha Election 2024: जौनपुर के बाहुबली नेता धनंजय सिंह (dhananjay singh) के लिए पिछले 2 महीने भारी रहे हैं. मार्च महीने में अपहरण के एक मामले में एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट जौनपुर ने धनंजय सिंह को 7 साल की सजा सुनाई, जिसके बाद धनंजय हाईकोर्ट पहुंचे और ट्रायल कोर्ट के फैसले को चुनौती दी और सजा पर रोक लगाए जाने और अंतिम फैसला आने तक जमानत पर रिहा किए जाने की गुहार लगाई थी और गुहार की सबसे बड़ी वजह थी ‘पीपुल्स रिप्रेजेंटेशन एक्ट’ (people's representation act). ये वही एक्ट है, जिससे नेताओं को सबसे ज्यादा डर लगता है!
ऐलान, सजा और बसपा से झटका..
आपको बता दें कि पीपुल्स रिप्रेजेंटेशन एक्ट के तहत 2 साल से ज्यादा की सजा पाने वाला व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता है. और ये तमाम कोशिशें किसी तरह चुनाव लड़ने के लिए धनंजय सिंह की तरफ से की जा रही थी, लेकिन अपने कोशिशों में कामयाब नहीं हो पाए. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत तो दे दी लेकिन सजा पर रोक लगाने से इंकार कर दिया, जिसके चलते वो बीएसपी की तरफ से चुनाव लड़ने के लिए एलिजिबल नहीं हो पाए. लेकिन उन्होंने नया तरीका अपनाते हुए पत्नी श्रीकला रेड्डी (shrikala ready) को अपनी जगह चुनाव लड़वाने का फैसला किया.
श्रीकला रेड्डी का टिकट कटा
सबकुछ ठीक चल ही रहा था कि इस बार बीएसपी ने उनके रंग भंग डाल दिया और खबर आई कि बहनजी यानि मायावती ने उनकी पत्नी श्रीकला रेड्डी का टिकट काट दिया है और उनकी जगह श्याम सिंह यादव को उम्मीदवार बनाया है. खबर है कि श्याम सिंह यादव सोमवार को यानी कि आज नामांकन दाखिल करेंगे. हालांकि श्रीकला पहले ही बसपा उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर चुकी हैं.
बीएसपी ने दिया झटका
गौरतलब कि कुछ दिन पहले ही बाहुबली धनंजय सिंह जेल से जमानत पर बाहर निकले हैं और खुद चुनाव नहीं लड़ पाने पर पत्नी के लिए चुनाव प्रचार में जुटे हुए थे, लेकिन अपहण मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद पिछले दो महीने में उनके लिए कुछ भी सही नहीं गुजर रहा. और बसपा सुप्रीमो ने भी उन्हें झटका दे दिया है.
कौन-कौन मैदान में..
जौनपुर लोकसभा सीट की बात करें तो यहां से बीजेपी ने कृपाल सिंह को मैदान में उतारा है. वहीं समाजवादी पार्टी ने बाबू सिंह कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है. बाबू सिंह कुशवाहा बसपा सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. वहीं बीएसपी द्वारा प्रत्याशी बनाए जाने पर श्याम सिंह यादव ने कहा, 'मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि रात 1 बजे मुझे बहन जी ने फोन किया और अपने आशीर्वाद से नवाजा'.
कौन हैं श्रीकला रेड्डी?
श्रीकला रेड्डी तेलंगाना की बिजनेस फैमिली निप्पो बैट्री ग्रुप से ताल्लुक रखती हैं. श्रीकला के पिता स्वर्गीय जितेंद्र रेड्डी नलगोंडा जिले की कोऑपरेटिव के अध्यक्ष और तेलंगाना की हुजूर नगर सीट से निर्दलीय विधायक भी रह चुके हैं.