Election 2024: दिल्ली, पंजाब के बाद अब सीट बंटवारे पर पश्चिम बंगाल में रार, कांग्रेस को 2 से ज्यादा सीटें देने को टीएमसी नहीं तैयार
Election News: कांग्रेस को कम सीट ऑफर करने के पीछे टीएमसी का यह तर्क है कि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सिर्फ 2 सीटों पर जीती थी, जबकि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का एक भी उम्मीदवार नहीं जीता था.
![Election 2024: दिल्ली, पंजाब के बाद अब सीट बंटवारे पर पश्चिम बंगाल में रार, कांग्रेस को 2 से ज्यादा सीटें देने को टीएमसी नहीं तैयार Loksabha Election 2024 INDIA Alliance Congress TMC clash on seat issue Rahul Gandhi Mamata Banerjee Election 2024: दिल्ली, पंजाब के बाद अब सीट बंटवारे पर पश्चिम बंगाल में रार, कांग्रेस को 2 से ज्यादा सीटें देने को टीएमसी नहीं तैयार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/12/23/6736b5b1584093d53bb3431482904ad31703318863978858_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
I.N.D.I.A Alliance in West Bengal: लोकसभा चुनाव में बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए को हराने के लिए बना इंडिया गठबंधन अपनी चुनौतियों से ही जीत नहीं पा रहा. गठबंधन के सामने सबसे बड़ी चुनौती सीट बंटवारे की है. अभी तक आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच पंजाब और दिल्ली में सीट बंटवारे को लेकर टकराहट चल रही थी, लेकिन अब इसमें पश्चिम बंगाल भी शामिल हो गया है.
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 42 में से करीब 2 सीट ही ऑफर कर सकती है. हालांकि कांग्रेस की नजर गठबंधन की स्थिति में कम से कम 6 दर्जन सीटों पर है. सूत्रों के मुताबिक, तृणमूल ने अपने प्रस्ताव के बारे में कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को बता दिया है.
प्रदेश संगठन चाहता है 6-8 सीटें
वहीं, बंगाल के कांग्रेस नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और अन्य केंद्रीय नेताओं को बताया है कि अगर सम्मानजनक सीटें मिलती हैं तो वह गठबंधन के लिए तैयार हैं. बंगाल कांग्रेस के नेता पार्टी के लिए छह से आठ सीटें चाहते हैं.
2019 में दो सीटों पर जीती थी कांग्रेस
तृणमूल का तर्क है कि कांग्रेस ने 2019 की लोकसभा सीटों में से 20 में से केवल दो सीटें जीतीं, जबकि 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में उसे एक भी सीट नहीं मिली थी. हालांकि कांग्रेस के एक उम्मीदवार ने हाल ही में एक उपचुनाव में जीत दर्ज की, लेकिन बाद में यह उम्मीदवार तृणमूल कांग्रेस में चला गया. कांग्रेस सूत्रों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि उसने अकेले लड़कर दो सीटें जीती हैं और वे किसी और की मदद के बिना भी इसे फिर से जीत सकते हैं.
ये भी पढ़ें
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शिवाजी सरकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/5635d32963c9cc7c53a3f715fa284487.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)